जीएसटी अधिकारियों ने धोखाधड़ी करने वाली 46 फर्जी कंपनियों के नेटवर्क को पकड़ा
Tuesday, Feb 09, 2021 - 08:48 PM (IST)
नयी दिल्ली, नौ फरवरी (भाषा) माल एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिकारियों ने 46 फर्जी कंपनियों के एक नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है, जो फर्जी चालान तैयार कर 82.23 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का गलत तरीके से लाभ उठा चुकी हैं। वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दिल्ली पूर्वी जीएसटी के अधिकारियों ने आंकड़ों का गहन विश्लेषण कर 46 फर्जी कंपनियों के नेटवर्क की पहचान की और उनका खुलासा करने में सक्षम हुए, जो 2017 से काम कर रही थीं और कई लाभार्थियों को फर्जी आईटीसी दे चुकी हैं।
मंत्रालय ने कहा, जांच में पता चला है कि इन फर्जी कंपनियों को अरविंद कुमार और उनके सहयोगी चला रहे थे। उन्हें 17 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था और वे न्यायिक हिरासत में है।
मंत्रालय ने आगे कहा कि कुमार के एक प्रमुख सहयोगी कमल सिंह (उर्फ कमल सोलंकी) ने भी फर्जी बिलिंग के रैकेट में शामिल होने की बात कबूल की है, जिसके जरिये 541.13 करोड़ रुपये के फर्जी चालान के माध्यम से 82.23 करोड़ रुपये के फर्जी आईटीसी का लाभ उठाया गया था।
मंत्रालय ने कहा कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, इस आंकड़े के बढ़ने के अनुमान हैं। कमल सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे 23 फरवरी तक के लिये न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दिल्ली पूर्वी जीएसटी के अधिकारियों ने आंकड़ों का गहन विश्लेषण कर 46 फर्जी कंपनियों के नेटवर्क की पहचान की और उनका खुलासा करने में सक्षम हुए, जो 2017 से काम कर रही थीं और कई लाभार्थियों को फर्जी आईटीसी दे चुकी हैं।
मंत्रालय ने कहा, जांच में पता चला है कि इन फर्जी कंपनियों को अरविंद कुमार और उनके सहयोगी चला रहे थे। उन्हें 17 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था और वे न्यायिक हिरासत में है।
मंत्रालय ने आगे कहा कि कुमार के एक प्रमुख सहयोगी कमल सिंह (उर्फ कमल सोलंकी) ने भी फर्जी बिलिंग के रैकेट में शामिल होने की बात कबूल की है, जिसके जरिये 541.13 करोड़ रुपये के फर्जी चालान के माध्यम से 82.23 करोड़ रुपये के फर्जी आईटीसी का लाभ उठाया गया था।
मंत्रालय ने कहा कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, इस आंकड़े के बढ़ने के अनुमान हैं। कमल सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे 23 फरवरी तक के लिये न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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