आईओबी को दिसंबर तिमाही में 213 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ
Tuesday, Feb 09, 2021 - 05:54 PM (IST)
नयी दिल्ली, नौ फरवरी (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने दिसंबर 2020 को समाप्त तिमाही में 212.87 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया। फंसे ऋणों (एनपीए) के लिए किये जाने वाले प्रावधान कम होने से बैंक को लाभ हुआ है।
बैंक को साल भर पहले 2019-20 की इसी तिमाही में 6,075.49 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था। आईओबी ने 2020-21 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 148.14 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था।
आईओबी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि 2020-21 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 5,786.51 करोड़ रुपये हो गई, जो वर्ष 2019-20 की समान तिमाही में 5,197.94 करोड़ रुपये थी।
बैंक की संपत्ति गुणवत्ता में सुधार आया है। 31 दिसंबर, 2020 तक सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) कुल कर्ज का घटकर 12.19 प्रतिशत रह गई है जो दिसंबर 2019 में 17.12 प्रतिशत थी।
फंसे ऋणों और आकस्मिक मद के लिए प्रावधान दिसंबर तिमाही में घटकर 1,513.57 करोड़ रुपये रह गया जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 6,663.94 करोड़ रुपये था।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
बैंक को साल भर पहले 2019-20 की इसी तिमाही में 6,075.49 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था। आईओबी ने 2020-21 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 148.14 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था।
आईओबी ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि 2020-21 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 5,786.51 करोड़ रुपये हो गई, जो वर्ष 2019-20 की समान तिमाही में 5,197.94 करोड़ रुपये थी।
बैंक की संपत्ति गुणवत्ता में सुधार आया है। 31 दिसंबर, 2020 तक सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) कुल कर्ज का घटकर 12.19 प्रतिशत रह गई है जो दिसंबर 2019 में 17.12 प्रतिशत थी।
फंसे ऋणों और आकस्मिक मद के लिए प्रावधान दिसंबर तिमाही में घटकर 1,513.57 करोड़ रुपये रह गया जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 6,663.94 करोड़ रुपये था।
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