आईओसी का तीसरी तिमाही का मुनाफा दोगुना होकर 4,916.59 करोड़ रुपये पर
punjabkesari.in Friday, Jan 29, 2021 - 03:53 PM (IST)
नयी दिल्ली, 29 जनवरी (भाषा) इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) का दिसंबर, 2020 में समाप्त चालू वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक हो गया। कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि की वजह से कंपनी को भंडारण पर लाभ हुआ है और साथ ही उसका पेट्रोरसायन मार्जिन भी बढ़ा है।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आईओसी का शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक होकर 4,916.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,339.02 करोड़ रुपये था।
आईओसी के चेयरमैन श्रीकान्त माधव वैद्य ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भंडारण पर लाभ और ऊंचे पेट्रोरसायन मार्जिन की वजह से हमारा शुद्ध लाभ बढ़ा है।’’
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम इस समय कंपनी द्वारा अनुबंधित मूल्य से अधिक हैं। ऐसे में तिमाही के दौरान कंपनी को भंडारण पर 2,630 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है।
वैद्य ने कहा कि तिमाही के दौरान आईओसी की रिफाइनरियों को प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को ईंधन में बदलने पर 2.19 डॉलर प्राप्त हुए। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में सकल रिफाइनिंग मार्जिन 4.09 डॉलर प्रति बैरल था। उन्होंने कहा कि पिछले चार लगातार महीनों से ईंधन की मांग में सुधर हुआ है। इससे रिफाइनरी अपनी पूरी क्षमता पर काम कर रही हैं। कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन के दौरान रिफाइनरी अपनी आधी क्षमता पर काम कर रही थी।
तिमाही के दौरान कंपनी की परिचालन आय बढ़कर 1,46,599 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,44,835 करोड़ रुपये थी।
आईओसी के निदेशक मंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में 7.50 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतरिम लाभांश की घोषणा की गई। तिमाही के दौरान घरेलू बाजार में कंपनी की बिक्री 2.14 करोड़ टन रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2.18 करोड़ टन थी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आईओसी का शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक होकर 4,916.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,339.02 करोड़ रुपये था।
आईओसी के चेयरमैन श्रीकान्त माधव वैद्य ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भंडारण पर लाभ और ऊंचे पेट्रोरसायन मार्जिन की वजह से हमारा शुद्ध लाभ बढ़ा है।’’
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम इस समय कंपनी द्वारा अनुबंधित मूल्य से अधिक हैं। ऐसे में तिमाही के दौरान कंपनी को भंडारण पर 2,630 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है।
वैद्य ने कहा कि तिमाही के दौरान आईओसी की रिफाइनरियों को प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को ईंधन में बदलने पर 2.19 डॉलर प्राप्त हुए। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में सकल रिफाइनिंग मार्जिन 4.09 डॉलर प्रति बैरल था। उन्होंने कहा कि पिछले चार लगातार महीनों से ईंधन की मांग में सुधर हुआ है। इससे रिफाइनरी अपनी पूरी क्षमता पर काम कर रही हैं। कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन के दौरान रिफाइनरी अपनी आधी क्षमता पर काम कर रही थी।
तिमाही के दौरान कंपनी की परिचालन आय बढ़कर 1,46,599 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,44,835 करोड़ रुपये थी।
आईओसी के निदेशक मंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में 7.50 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतरिम लाभांश की घोषणा की गई। तिमाही के दौरान घरेलू बाजार में कंपनी की बिक्री 2.14 करोड़ टन रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2.18 करोड़ टन थी।
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