कोटक महिंद्रा बैंक का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ 16 प्रतिशत बढ़कर 1,854 करोड़ रुपये
Monday, Jan 25, 2021 - 05:48 PM (IST)
नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक को दिसंबर में समाप्त तीसरी तिमाही में एकल आधार पर 1,854 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। यह साल भर पहले की समान तिमाही की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक है।
साल भर पहले की समान तिमाही में उसे 1,596 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
बैंक ने सोमवार को एक बयान में कहा कि तिमाही के दौरान कुल आय साल भर पहले के 8,077.03 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,124.92 करोड़ रुपये हो गयी।
उसने कहा, ‘‘ब्याज से प्राप्त शुद्ध आय साल भर पहले की तीसरी तिमाही के 3,430 करोड़ रुपये से 17 प्रतिशत बढ़कर चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 4,007 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी। ब्याज की शुद्ध मार्जिन इस दौरान 4.51 प्रतिशत रही।’’
इस दौरान सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियाँ (एनपीए) कुल कर्ज के 2.46 प्रतिशत से कम होकर 2.25 प्रतिशत पर आ गयीं।
शुद्ध एनपीए भी इस दौरान 0.89 प्रतिशत से कम होकर 0.50 प्रतिशत पर आ गया।
बैंक ने कहा कि 31 दिसंबर 2020 तक के आंकडों के अनुसार, कोविड-19 से संबंधित प्रावधान 1,279 करोड़ रुपये रहे। पिछले साल अगस्त में रिजर्व बैंक के द्वारा घोषित कोविड-19 समाधान रूपरेखा के तहत बैंक ने कुछ पात्र कर्जदारों के कर्ज का पुनर्गठन किया। यह कुल कर्ज का 0.28 प्रतिशत है।
आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ साल भर पहले के 2,602 करोड़ रुपये से 11 प्रतिशत बढ़कर 2,349 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
इस दौरान कुल एकीकृत आय बढ़कर 14,835 करोड़ रुपये रही।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
साल भर पहले की समान तिमाही में उसे 1,596 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
बैंक ने सोमवार को एक बयान में कहा कि तिमाही के दौरान कुल आय साल भर पहले के 8,077.03 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,124.92 करोड़ रुपये हो गयी।
उसने कहा, ‘‘ब्याज से प्राप्त शुद्ध आय साल भर पहले की तीसरी तिमाही के 3,430 करोड़ रुपये से 17 प्रतिशत बढ़कर चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 4,007 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी। ब्याज की शुद्ध मार्जिन इस दौरान 4.51 प्रतिशत रही।’’
इस दौरान सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियाँ (एनपीए) कुल कर्ज के 2.46 प्रतिशत से कम होकर 2.25 प्रतिशत पर आ गयीं।
शुद्ध एनपीए भी इस दौरान 0.89 प्रतिशत से कम होकर 0.50 प्रतिशत पर आ गया।
बैंक ने कहा कि 31 दिसंबर 2020 तक के आंकडों के अनुसार, कोविड-19 से संबंधित प्रावधान 1,279 करोड़ रुपये रहे। पिछले साल अगस्त में रिजर्व बैंक के द्वारा घोषित कोविड-19 समाधान रूपरेखा के तहत बैंक ने कुछ पात्र कर्जदारों के कर्ज का पुनर्गठन किया। यह कुल कर्ज का 0.28 प्रतिशत है।
आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ साल भर पहले के 2,602 करोड़ रुपये से 11 प्रतिशत बढ़कर 2,349 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
इस दौरान कुल एकीकृत आय बढ़कर 14,835 करोड़ रुपये रही।
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