जम्मू-कश्मीर में रतले पनबिजली परियोजना के लिए 5282 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव मंजूर

Wednesday, Jan 20, 2021 - 10:09 PM (IST)

नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) केंद्र ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर स्थित 850 मेगावाट की रतले पनबिजली (एचई) परियोजना के लिए 5281.94 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दी।

यह निवेश राष्ट्रीय जल विद्युत निगम (एनएचपीसी) और जम्मू-कश्मीर राज्य विद्युत विकास निगम लिमिटेड (जेकेएसपीडीसी) की क्रमशः 51% और 49% हिस्‍सेदारी वाली एक नई संयुक्त उद्यम कंपनी (जेवीसी) द्वारा किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की इस परियोजना संबंधी इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी।

सरकार भी रतले एचई परियोजना (850 मेगावाट) के निर्माण के लिए गठित की जाने वाली संयुक्त उद्यम कंपनी में जेकेएसपीडीसी के शेयर पूंजी योगदान के लिए 776.44 करोड़ रुपये का अनुदान के साथ केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को आवश्‍यक सहयोग दे रही है।

बैठक के बाद जारी सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, एनएचपीसी अपने आंतरिक संसाधनों से 808.14 करोड़ रुपये की अपनी इक्विटी का निवेश करेगी।

रतले पनबिजली परियोजना को 60 माह की अवधि के भीतर चालू करने का लक्ष्य है। परियोजना को व्यवहार्य या लाभप्रद बनाने के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की सरकार इस परियोजना के चालू होने के बाद 10 साल तक जल उपयोग शुल्क लगाने से छूट देगी, जीएसटी (यानी एसजीएसटी) में राज्य की हिस्सेदारी की प्रतिपूर्ति करेगी और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को मिलने वाली मुफ्त बिजली में न्‍यूनीकरन तरीके से छूट देगी।

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को मिलने वाली मुफ्त बिजली इस परियोजना के चालू होने के बाद पहले साल में 1% होगी और प्रति वर्ष 1% की दर से बढ़कर 12वें साल में 12% हो जाएगी।

इस परियोजना की निर्माण संबंधी गतिविधियों के परिणामस्वरूप लगभग चार हजार व्यक्तियों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा और इसके साथ ही यह परियोजना केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास में अहम योगदान देगी। इसके अलावा, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर 5,289 करोड़ रुपये की मुफ्त बिजली पाने के साथ-साथ 40 वर्षों के परियोजना जीवन चक्र के दौरान रतले पनबिजली परियोजना से 9,581 करोड़ रुपये के जल उपयोग शुल्‍क के माध्यम से लाभान्वित होगा।




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PTI News Agency

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