दिल्ली में 0-5 साल के दो लाख से ज्यादा बच्चों को नहीं लगा है चेचक और टायफायड का टीका : सरकारी सर्वे

punjabkesari.in Friday, Jan 15, 2021 - 08:24 PM (IST)

नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) दिल्ली सरकार के एक सर्वेक्षण के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में पांच साल तक आयु के दो लाख से ज्यादा बच्चों को चेचक और टायफायड जैसी बीमारियों से बचाव के लिए टीका नहीं लगा है।

‘दिल्ली के निवासियों का सामाजिक-आर्थिक प्रोफाइल’ शीर्षक वाला यह सर्वेक्षण नवंबर 2018 से नवंबर 2019 तक किया गया जिसमें शहर के 1.02 करोड़ लोगों को शामिल किया गया।

नवंबर 2020 में इस सर्वे की रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया गया। इस सर्वेक्षण में शहर के सामाजिक-आर्थिक ताना-बाना, धर्म, जाति, आय, शिक्षा, गंभीर बीमारियां, टीकाकरण की स्थिति, रोजगार और परिवहन के साधनों आदि पर ध्यान दिया गया है।

सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘दिल्ली की आबादी में शून्य से पांच साल तक के बच्चों की संख्या 9.26 प्रतिशत है। इस आयु वर्ग के 77.54 प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण हुआ है या हो रहा है। वहीं एक से आठ साल आयु वर्ग के 78.89 प्रतिशत बच्चों के टीकाकरण की सूचना मिली है।’’
रिपोर्ट के अनुसार, संख्या की बात करें तो शून्य से पांच साल तक आयु वर्ग के 9.5 लाख बच्चों में से 2.13 लाख बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ है।

दिल्ली में सामान्य टीकाकरण सप्ताह में दो दिन (बुधवार और शुक्रवार) को 650 केन्द्रों पर और सरकारी अस्पतालों में प्रत्येक कार्यदिवस पर होता है।

दिल्ली एकमात्र प्रदेश है जिसने अपने संसाधनों की मदद से चेचक, रुबेला और टायफायड का टीकाकरण शुरू किया है।


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PTI News Agency

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