मोदी ने दिल्ली मेट्रो की ‘मैजेंटा लाइन’ पर भारत की पहली चालक रहित मेट्रो का उद्घाटन किया

punjabkesari.in Monday, Dec 28, 2020 - 04:28 PM (IST)

नयी दिल्ली, 28 दिसम्बर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली मेट्रो की ‘मैजेंटा लाइन’ पर भारत की पहली चालक रहित ट्रेन का उद्घाटन करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने पूर्ववर्ती सरकारों के विपरीत बढ़ते शहरीकरण को एक अवसर के रूप में लिया है और 2025 तक 25 शहरों तक मेट्रो ट्रेन सेवाओं का विस्तार किया जाएगा।
फिलहाल 18 शहरों में मेट्रो ट्रेनों का परिचालन हो रहा है।

मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने संबोधन में कहा कि चालक रहित मेट्रो ट्रेन का उद्घाटन और ‘नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड’ को शुरू किया जाना शहरी विकास को भविष्य के लिये तैयार करने का प्रयास है। प्रधानमंत्री ने सोमवार को दिल्ली मेट्रो की ‘एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन’ पर ‘नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड’ सेवा की भी शुरुआत की।

उन्होंने कहा कि कुछ दशक पहले, जब शहरीकरण की मांग अनुभव की गई थी, तो भविष्य की जरूरतों पर अधिक ध्यान नहीं दिया गया, बल्कि आधे-अधूरे काम किए गए, जिनसे भ्रम की स्थिति बनी रही
। उन्होंने कहा कि शहरीकरण को एक चुनौती की तरह नहीं देखा जाना चाहिये बल्कि बेहतर बुनियादी ढांचे के निर्माण और लोगों के जीवन को सुगम बनाने के लिए एक अवसर के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिये।

उन्होंने इस दिशा में अपनी सरकार के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 2014 में केवल पांच शहरों में मेट्रो ट्रेन थी लेकिन आज यह 18 शहरों में उपलब्ध है।

उन्होंने कहा कि साल 2025 तक 25 से अधिक शहरों तक मेट्रो रेल सेवाओं का विस्तार होने जा रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘ 2014 में, देश में 240 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन थी। आज, उससे तीन गुना ज्यादा 700 किलोमीटर से अधिक लंबी लाइन है। साल 2025 तक हम 1700 किलोमीटर तक इसका विस्तार करना चाहते हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये आंकड़े करोड़ों भारतीयों के जीवन में सहजता और नागरिकों की आकांक्षाओं के पूरे होने का प्रमाण हैं।

उन्होंने कहा कि मेट्रो रेल प्रदूषण कम करने और हजारों वाहनों को सड़कों से हटाने का एक बेहतरीन तरीका है। उनकी सरकार ने किसी शहर और उसकी कामकाजी आबादी की जरूरतों के अनुसार मेट्रो नीति तैयार की है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने पहली बार मेट्रो नीति बनाई और इसे एक चौतरफा रणनीति के साथ लागू किया।

मोदी ने कहा कि दिल्ली और मेरठ के बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) से दोनों शहरों के बीच की दूरी एक घंटे से भी कम हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि अपेक्षाकृत कम यात्री संख्या वाले शहरों के लिए ‘मेट्रोलाइट वर्ज़न’ पर काम किया जा रहा है।

‘मेट्रोलाइट रेल’ का निर्माण सामान्य मेट्रो की 40 प्रतिशत लागत पर किया जाएगा जबकि ‘मेट्रो नियो’ को कम सवारी वाले शहरों में विकसित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि यह सामान्य मेट्रो के 25 प्रतिशत की लागत पर बनेगी।

मोदी ने घरेलू विनिर्माण के संदर्भ में ‘मेक इन इंडिया’ के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इससे लागत कम होती है, विदेशी मुद्रा की बचत होती है और लोगों को अधिक रोजगार मिलता है।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रोलिंग स्टॉक के मानकीकरण ने अब हर कोच की लागत 12 करोड़ से घटाकर 8 करोड़ कर दी है। आज, चार बड़ी कंपनियां देश में मेट्रो कोच का विनिर्माण कर रही हैं और दर्जनों कंपनियां मेट्रो के घटकों के विनिर्माण में लगी हुई हैं। इससे ‘मेक इन इंडिया’ के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत के अभियान में भी मदद मिल रही है।
उन्होंने कहा कि चालक रहित मेट्रो ट्रेन की शुरुआत के साथ ही भारत दुनिया के चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जहां यह सुविधा है।

‘नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड’ के बारे में उन्होंने कहा कि इससे यात्रियों को जहां भी वे जाएंगे और जिस भी सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करते जाते हैं, उनमें एकीकृत पहुंच मिलेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार विभिन्न क्षेत्रों में एकीकृत सेवाएं देने के लिये काम कर रही है ताकि नागरिकों के समय की बचत हो सके और जटिल प्रक्रियाओं को सरल बनाया जा सके। उन्होंने इस संदर्भ में फास्ट टैग कार्ड, वन नेशन वन गैस ग्रिड, निर्बाध गैस आपूर्ति, जीएसटी और एक देश, एक राशन कार्ड जैसी सरकार की पहलों का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि चालक रहित ट्रेन पूरी तरह से स्वचालित होगी, जिससे मानवीय भूल की संभावना खत्म हो जाएगी। मैजेंटा लाइन(जनकपुरी वेस्ट-बोटैनिकल गार्डन) के बीच चालक रहित सेवा शुरु होने के बाद 2021 के मध्य तक ‘पिंक लाइन’ पर मजलिस पार्क और शिव विहार के बीच चालक रहित मेट्रो सेवा की शुरुआत होने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि इन नवाचारों से दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अन्य शहरों के निवासियों के लिए सुखद परिवहन और अनुकूल यातायात के एक नए युग का सूत्रपात होगा।

दिल्ली में ‘एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन’ पर ‘नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड’ सेवा पूरी तरह से शुरू होने से देश के किसी भी भाग से जारी किए गए ‘रुपे-डेबिट कार्ड’ का इस्तेमाल यात्रा के लिए किया जा सकता है।



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PTI News Agency

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