कोविड-19 महामारी के दौरान आवश्यक सेवा के रूप में खनन क्षेत्र की भूमिका मानी गई: खनन सचिव
Wednesday, Oct 14, 2020 - 06:17 PM (IST)
नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर (भाषा) सरकार ने बुधवार को कहा कि खदान और खनिज क्षेत्र ग्रामीण इलाकों में रोजगार देने का एक प्रमुख जरिया है और कोरोना वायरस महामारी के दौरान एक आवश्यक सेवा के रूप में इसकी भूमिका को माना गया है।
खनन सचिव अनिल कुमार जैन ने एफआईएमआई की 54वीं आम बैठक में कहा, ‘‘कृषि की तरह, यह क्षेत्र (खदान और खनिज क्षेत्र) भी भारत के आंतरिक हिस्सों में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को रोजगार देता है।’’
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान एक आवश्यक सेवा के रूप में खनन क्षेत्र की भूमिका को सभी ने माना है।
जैन ने कहा, ‘‘आज जब मैं खनन क्षेत्र को देखता हूं, तो मुझे कई विकास कार्य, बहुत सारे विकास कार्य दिखाई देते हैं।’’
उन्होंने खदान और खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 2015 का उल्लेख करते हुए उसे एक दूरदर्शी कानून बताया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
खनन सचिव अनिल कुमार जैन ने एफआईएमआई की 54वीं आम बैठक में कहा, ‘‘कृषि की तरह, यह क्षेत्र (खदान और खनिज क्षेत्र) भी भारत के आंतरिक हिस्सों में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को रोजगार देता है।’’
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान एक आवश्यक सेवा के रूप में खनन क्षेत्र की भूमिका को सभी ने माना है।
जैन ने कहा, ‘‘आज जब मैं खनन क्षेत्र को देखता हूं, तो मुझे कई विकास कार्य, बहुत सारे विकास कार्य दिखाई देते हैं।’’
उन्होंने खदान और खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 2015 का उल्लेख करते हुए उसे एक दूरदर्शी कानून बताया।
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