सौर उपकरण विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के लिये ब्याज सहायता योजना लाने की तैयारी: आर के सिंह

Tuesday, Oct 06, 2020 - 11:02 PM (IST)

नयी दिल्ली, छह अक्टूबर (भाषा) बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने मंगलवार को कहा कि सौर सेल और वेफर्स के विनिर्माण के लिये ब्याज सहायता योजना लाने पर काम जारी है।
मंत्री ने यह भी संकेत दिया कि अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाएं लगाने को लेकर जल्दी ही नीलामी होगी।

इंडिया पीवी एज 2020 सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, ‘‘हम कुछ योजनाओं पर काम कर रहे हैं, जिसके तहत हम यहां विनिर्माण क्षमता स्थापित करने के लिये ब्याज सहायता उपलब्ध कराएंगे। हम अत्याधुनिक या भविष्य उन्मुखी प्रोद्योगिकी विनिर्माण के लिये अतिरिक्त प्रोत्साहन देंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम ब्याज सहायता योजना में भविष्य की प्रौद्योगिकी के लिये प्रावधान करेंगे। अत: कोई भी उपकरण विनिर्माण (नवीकरणीय) में अत्याधुनिक या भविष्य की प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है, उसे अतिरिक्त ब्याज सहायता उपलब्ध करायी जाएगी।’’
अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ नई स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन क्षमता स्थापित करने के बारे में मंत्री ने कहा, ‘‘आने वाले समय में भविष्य की प्रौद्योगिकी के लिये बोलियां होंगी... हम इस प्रौद्योगिकी में निवेश करने वालों को सहायता उपलब्ध कराएंगे। इस प्रकार की बोलियां भविष्य में आएंगी। भारत अगले 15 से 20 साल तक ससे बड़ा ऊर्जा बाजार होगा।’’
इसके अलावा, नीति आयोग ने अत्याधुनिक फोटो वोल्टिक प्रोद्योगिकी आधारित नई विनर्माण इकाइयों के लिये योजना का प्रस्ताव किया है। योजना के तहत भारत से मोड्यूल्स के निर्यात को प्रोत्साहित किया जाएगा।
सरकार पहले ही देश में 20,000 मेगावाट क्षमता के सौर मोड्यूल और सेल विनिर्माण के लिये आशय पत्र आमंत्रित कर चुकी है।
मंत्री ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सरकार ने 12,000 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा की बोलियों को अंतिम रूप दिया था। आज 30,000 मेगावाट स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन क्षमता की पेशकश की गयी हैं।

उन्होंने बिजली मांग के बारे में कहा, ‘‘सितंबर में विद्युत मांग पिछले साल इसी माह के मुकाबले अधिक रही। अत: वृद्धि पटरी पर आयी है। कोविड-संकट के लंबा खींचने के बावजूद, बिजली खपत में वृद्धि और मांग बढ़ोतरी शुरू हो गयी है। इस बढ़ी हुई मांग को नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता से पूरा किया जाएगा।’’
मंत्री ने बड़े परंपरागत (जीवाश्म ईंधन आधारित) बिजली उत्पादन संयंत्रों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि उन संयंत्रों को हटाया जा रहा है।

सिंह ने कहा, ‘‘कुछ बिजली संयंत्रों को पहले ही हटाया जा चुका है और 29 और संयंत्रों को समाप्त किया जाएगा। उन संयंत्रों का स्थान नवीकरणीय ऊर्जा लेंगे।’’


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PTI News Agency

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