शोध विद्यार्थियों को चरणबद्ध तरीके से विश्वविद्यालय आने की अनुमति दी जाए : जेएनयू छात्रसंघ
punjabkesari.in Tuesday, Sep 29, 2020 - 05:40 PM (IST)
नयी दिल्ली, 29 सितंबर (भाषा) जेएनयू छात्र संघ ने मंगलवार को मांग की कि शोध विद्यार्थियों को सभी कोविड-19 दिशा-नियमों का पालन करते हुए विश्वविद्यालय लौटने की अनुमति दी जाए।
छात्र संघ ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन के दौरान अपने घर लौटते समय एम. फिल और पीएचडी के कई छात्र अपने लैपटॉप और शोध सामग्री छोड़ गए थे और वे अपने प्रोजेक्ट पर काम नहीं कर पा रहे।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिये होने वाली परीक्षाओं की तारीखें बिना किसी तैयारी के तय कर दी गईं, जो कि अन्य विश्वविद्यालयों की परीक्षा तिथियों से टकरा रही हैं।
जेएनयू की प्रवेश परीक्षाएं पांच से आठ अक्टूबर के बीच आयोजित की जाएंगी।
छात्रसंघ ने विश्वविद्यालय प्रशासन से एमफिल और पीएचडी छात्रों की चरणबद्ध तरीके से परिसर में वापसी सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश तय करने की मांग की है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
छात्र संघ ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन के दौरान अपने घर लौटते समय एम. फिल और पीएचडी के कई छात्र अपने लैपटॉप और शोध सामग्री छोड़ गए थे और वे अपने प्रोजेक्ट पर काम नहीं कर पा रहे।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिये होने वाली परीक्षाओं की तारीखें बिना किसी तैयारी के तय कर दी गईं, जो कि अन्य विश्वविद्यालयों की परीक्षा तिथियों से टकरा रही हैं।
जेएनयू की प्रवेश परीक्षाएं पांच से आठ अक्टूबर के बीच आयोजित की जाएंगी।
छात्रसंघ ने विश्वविद्यालय प्रशासन से एमफिल और पीएचडी छात्रों की चरणबद्ध तरीके से परिसर में वापसी सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश तय करने की मांग की है।
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