नायडू ने एक ही मंत्री को सभी दस्तावेज सदन के पटल पर रखने की अनुमति दी
Tuesday, Sep 15, 2020 - 07:05 PM (IST)
नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने मंगलवार को संसदीय कार्य मंत्री को इस बात की अनुमति दे दी कि समय बचाने के लिए अन्य मंत्रियों के नाम से सूचीबद्ध सभी दस्तावेज और रिपोर्ट वह सदन के पटल पर रख दें।
आम तौर पर प्रथा रही है कि सदन की कार्यसूची में जिन मंत्रियों के नाम पर दस्तावेज और रिपोर्ट सदन के पटल पर रखे जाने के लिए सूचीबद्ध रहते हैं तो आसन की ओर से उनका नाम पुकारा जाता है और संबद्ध मंत्री तब एक-एक करके उन्हें पेश करते हैं।
कोविड-19 महामारी के संकट के बीच हो रहे वर्तमान मानसून सत्र में कामकाज के मात्र चार घंटे होने के कारण नायडू ने एक ही मंत्री को सभी दस्तावेज रखने की अनुमति प्रदान कर दी।
सभापति नायडू ने कहा, ‘‘वर्तमान सत्र में कामकाज का सीमित समय और बैठने के विशेष प्रबंध को देखते हुए मैंने संसदीय कार्य मंत्री के सदन के पटल पर रखे जाने वाले दस्तावेजों के तहत मंत्रियों के बयान तथा विभागों संबंधित संसद की स्थायी समित की रिपोर्ट को उनके द्वारा पेश करने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है।’’
सोमवार से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र में सदस्य दोनों सदनों के कक्षों और विशिष्ट दीर्घाओं में बैठ रहे हैं ताकि दूरी बनाये रखने के नियमों का पालन किया जा सके।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
आम तौर पर प्रथा रही है कि सदन की कार्यसूची में जिन मंत्रियों के नाम पर दस्तावेज और रिपोर्ट सदन के पटल पर रखे जाने के लिए सूचीबद्ध रहते हैं तो आसन की ओर से उनका नाम पुकारा जाता है और संबद्ध मंत्री तब एक-एक करके उन्हें पेश करते हैं।
कोविड-19 महामारी के संकट के बीच हो रहे वर्तमान मानसून सत्र में कामकाज के मात्र चार घंटे होने के कारण नायडू ने एक ही मंत्री को सभी दस्तावेज रखने की अनुमति प्रदान कर दी।
सभापति नायडू ने कहा, ‘‘वर्तमान सत्र में कामकाज का सीमित समय और बैठने के विशेष प्रबंध को देखते हुए मैंने संसदीय कार्य मंत्री के सदन के पटल पर रखे जाने वाले दस्तावेजों के तहत मंत्रियों के बयान तथा विभागों संबंधित संसद की स्थायी समित की रिपोर्ट को उनके द्वारा पेश करने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है।’’
सोमवार से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र में सदस्य दोनों सदनों के कक्षों और विशिष्ट दीर्घाओं में बैठ रहे हैं ताकि दूरी बनाये रखने के नियमों का पालन किया जा सके।
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