केंद्र ने राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के तहत आंकड़ा निजता पर मसौदा नीति पेश की

Wednesday, Aug 26, 2020 - 09:19 PM (IST)

नयी दिल्ली, 26 अगस्त (भाषा) सरकार ने कहा है कि राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (एनडीएचएम) के तहत लोगों की संवेदनशील स्वास्थ्य संबंधी सूचनाओं की गोपनीयता की रक्षा के लिए सभी जरूरी आंकड़ा निजता उपाय किये जाएंगे। इस मिशन के तहत सभी नागरिकों को उनके चिकित्सा इतिहास का वृतांत रखने के लिए विशिष्ट पहचान पत्र दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में इस महत्वाकांक्षी एनडीएचएम कार्यक्रम की घोषणा की थी।

मसौदा प्रस्ताव के अनुसार इस मिशन में पंजीकरण कराने वाले हर व्यक्ति को मुफ्त एक स्वास्थ्य पहचानपत्र मिलेगा और उसका अपनी स्वास्थ्य सूचना पर पूर्ण नियंत्रण होगा।

कोई भी निजी आंकड़ा व्यक्तियों की सहमति से ही इकट्ठा किया जा सकता है और उन्हें निजी आंकड़ों को प्रतिबंधित करने के लिए अपनी सहमति निरस्त करने की इजाजत होगी।
सरकार ने आंकड़ा निजता सुरक्षा के लिए मान्य कानूनों और विनियमों के अनुपालन के साथ ही न्यूनतम मापदंडों के एक प्रारूप का प्रस्ताव रखा है।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने लोगों के लिए ‘स्वास्थ्य आंकड़ा प्रबंधन नीति’ का मसौदा जारी किया है। एनएचए को ही एनडीएचएम की रूपरेखा तैयार करने और उसे अमलीजामा पहनाने का जिम्मा सौंपा गया है।

यह सौदा राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन की सरकारी वेबसाइट पर डाला गया है और उस पर लोगों से तीन सितंबर तक राय मांगी गयी है।

इस मसौदा नीति में ‘व्यक्तियों की निजी एवं संवेदनशील आंकड़ों के सुरक्षित उपयोग/रखरखाव’ के लिए एक प्रारूप तैयार करने की पहल की गयी है । ये आंकड़े राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य परितंत्र का हिस्सा हैं।

दस्तावेज के अनुसार राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य परितंत्र (एनडीएचई) के तहत जुटाये गये आंकड़े केंद्रीय स्तर पर, राज्य या केंद्रशासित स्तर और स्वास्थ्य सुविधा केंद्र पर न्यूनता के सिद्धांत का पालन करते हुए संभालकर रखे जायेंगे।

दस्तावेज के अनुसार संघीय ढांचे में ऐसे प्रारूप का विकास जरूरी हो जाता है जिसका गोपनीय स्वास्थ्य आंकड़ों की निजता की सुरक्षा के लिए पूरे एनडीएचई में इस्तेमाल किया जा सके।
एनएचए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इंदू भूषण ने कहा, ‘‘ स्वास्थ्य आंकड़ा प्रबंधन नीति व्यक्तियों की आंकड़ा निजता की रक्षा के वास्ते एनडीएचएम के ‘सुरक्षा एवं निजता डिजायन’ मार्गदर्शक सिद्धांत को साकार करने की दिशा में पहला कदम है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ उसमें आंकड़ा निजता, सहमति प्रबंधन, आंकड़ा साझा करने और सुरक्षा जैसे स्वास्थ्य आंकड़े के विभिन्न पहलू हैं। ’’
इस नीति के प्रावधान एनडीएचएम में शामिल सभी निकाय, व्यक्तियों, स्वास्थ्य पेशेवरों, स्वास्थ्य मंत्रालय के संचालन निकायों, प्रासंगिक पेशेवरों निकायों एवं नियामकों पर लागू होंगे।
इसके साथ ही यह नीति स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, बीमाकर्ताओं, परमार्थ संगठनों, दवा दुकानों, सभी निकायों टीमों पर भी लागू होगी जो व्यक्तियों के संवेदनशील सूचनाएं इकट्ठा करेंगे, उपयेाग करेंगे या रखरखाव करेंगे।

इस स्वास्थ्य मिशन का लक्ष्य एक ऐसा राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य परितंत्र बनाना है जिससे सभी नागरिकों को समय से समावेशी, सस्ती और सुरक्षित स्वास्थ्य देखभाल आसानी से मयस्सर हो पाए।



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PTI News Agency

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