कोविड-19 के कारण अपनी शुरुआती शिक्षा के वंचित हो रहे हैं दक्षिण एशिया के 2.2 करोड़ बच्चे : यूनिसेफ
punjabkesari.in Wednesday, Jul 22, 2020 - 09:58 PM (IST)
नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) यूनिसेफ के नए अध्ययन के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत सहित दक्षिण एशियाई देशों में रहने वाले करीब 2.2 करोड़ बच्चे अपनी शुरुआती शिक्षा से वंचित हो रहे हैं।
बुधवार को जारी इस अध्ययन के सारांश में दुनिया भर में बच्चों की देखभाल की स्थिति, शुरुआती शिक्षा और कोविड-19 के कारण पारिवारिक सेवाओं के बंद होने से उनपर पड़ने वाले प्रभावों का विश्लेषण किया गया है।
यूनिसेफ ने दक्षिण एशिया में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटाना, भारत, मालदीप, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका को अपने अध्ययन में शामिल किया है।
दक्षिण एशिया के लिए यूनिसेफ की क्षेत्रीय निदेशक जीन गो का कहना है, ‘‘कोविड-19 महामारी से दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वालों में बच्चे भी शामिल हैं। लंबे वक्त से स्कूल के बंद रहने और दूरस्थ शिक्षा की सीमित पहुंच के कारण वे अपने शिक्षा के अधिकार से वंचित हो रहे हैं।’’
गो ने कहा कि बच्चों की देखभाल और शुरुआती शिक्षा उन्हें उनकी अधिकतम क्षमता का एहसास कराने में मदद करती है। अगर अभी कुछ करने में असफल रहे तो क्षेत्र के करोड़ों बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
बुधवार को जारी इस अध्ययन के सारांश में दुनिया भर में बच्चों की देखभाल की स्थिति, शुरुआती शिक्षा और कोविड-19 के कारण पारिवारिक सेवाओं के बंद होने से उनपर पड़ने वाले प्रभावों का विश्लेषण किया गया है।
यूनिसेफ ने दक्षिण एशिया में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटाना, भारत, मालदीप, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका को अपने अध्ययन में शामिल किया है।
दक्षिण एशिया के लिए यूनिसेफ की क्षेत्रीय निदेशक जीन गो का कहना है, ‘‘कोविड-19 महामारी से दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वालों में बच्चे भी शामिल हैं। लंबे वक्त से स्कूल के बंद रहने और दूरस्थ शिक्षा की सीमित पहुंच के कारण वे अपने शिक्षा के अधिकार से वंचित हो रहे हैं।’’
गो ने कहा कि बच्चों की देखभाल और शुरुआती शिक्षा उन्हें उनकी अधिकतम क्षमता का एहसास कराने में मदद करती है। अगर अभी कुछ करने में असफल रहे तो क्षेत्र के करोड़ों बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।