बड़े स्तर पर परीक्षण किए बिना काबू में नहीं आएगी कोविड-19 महामारी: टाटा समूह प्रमुख
Thursday, Jul 16, 2020 - 02:17 PM (IST)
नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा) टाटा समूह के प्रमुख एन चंद्रशेखरन ने कोविड-19 के परीक्षण में तेजी की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि जब तक बड़े पैमाने पर परीक्षण नहीं किए जाएंगे, इस महामारी पर काबू नहीं पाया जा सकता।
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के चलते हमने पिछले छह महीने में जो अनुभव किया, उसकी तुलना बहुत कम घटनाओं से की जा सकती है।’’
उन्होंने कहा कि एक होकर काम करना, समूह की विशेषज्ञता का विकास करना, क्षमता बढ़ाने के लिए गठजोड़ करना, देश की आत्मनिर्भरता के लिए काम करना, रचनात्मक समाधान के लिए प्रौद्योगिकी को लागू करना और कठिन समय में लोगों की मदद करना, ये इस असाधारण समय की विशेषताएं हैं।
टाटा समूह की सभी कंपनियों की होल्डिंग कंपनी और प्रवर्तक टाटा संस के चेयरमैन ने समूह के एक पत्र में कहा, ‘‘पिछले कुछ महीने बेहद चुनौतीपूर्ण रहे हैं, लेकिन इस दौरान सहयोग की भावना भी देखने को मिली है। मुझे गर्व है कि हमने इस बीमारी से लड़ने के लिए मिलकर काम किया है।’’
चंद्रशेखरन ने आगे कहा, ‘‘अब, जैसा कि हम महामारी के बाद एक अनिश्चितता भरी यात्रा से गुजर रहे हैं, हमें ‘वन टाटा’ की मानसिकता को बढ़ावा देने के लिए सरलता, तालमेल और सिद्धांत के पैमाने को सबसे ऊपर रखकर प्रतिक्रिया देनी होगी।’’
उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण के अधिक से अधिक परीक्षण की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, ‘‘जब तक हम बड़े पैमाने पर परीक्षण नहीं होंगे, तब तक इस महामारी को नियंत्रित नहीं किया जा सकेगा। ’’
उन्होंने कहा कि टाटा समूह ने परीक्षण को आसान, तेज और सस्ता बनाने के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश किया है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के चलते हमने पिछले छह महीने में जो अनुभव किया, उसकी तुलना बहुत कम घटनाओं से की जा सकती है।’’
उन्होंने कहा कि एक होकर काम करना, समूह की विशेषज्ञता का विकास करना, क्षमता बढ़ाने के लिए गठजोड़ करना, देश की आत्मनिर्भरता के लिए काम करना, रचनात्मक समाधान के लिए प्रौद्योगिकी को लागू करना और कठिन समय में लोगों की मदद करना, ये इस असाधारण समय की विशेषताएं हैं।
टाटा समूह की सभी कंपनियों की होल्डिंग कंपनी और प्रवर्तक टाटा संस के चेयरमैन ने समूह के एक पत्र में कहा, ‘‘पिछले कुछ महीने बेहद चुनौतीपूर्ण रहे हैं, लेकिन इस दौरान सहयोग की भावना भी देखने को मिली है। मुझे गर्व है कि हमने इस बीमारी से लड़ने के लिए मिलकर काम किया है।’’
चंद्रशेखरन ने आगे कहा, ‘‘अब, जैसा कि हम महामारी के बाद एक अनिश्चितता भरी यात्रा से गुजर रहे हैं, हमें ‘वन टाटा’ की मानसिकता को बढ़ावा देने के लिए सरलता, तालमेल और सिद्धांत के पैमाने को सबसे ऊपर रखकर प्रतिक्रिया देनी होगी।’’
उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण के अधिक से अधिक परीक्षण की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, ‘‘जब तक हम बड़े पैमाने पर परीक्षण नहीं होंगे, तब तक इस महामारी को नियंत्रित नहीं किया जा सकेगा। ’’
उन्होंने कहा कि टाटा समूह ने परीक्षण को आसान, तेज और सस्ता बनाने के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश किया है।
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