दलहन खेती का रकबा करीब दोगुना बढ़कर 64.25 लाख हेक्टेयर हुआ
Saturday, Jul 11, 2020 - 12:44 AM (IST)
नयी दिल्ली, 10 जुलाई (भाषा) सरकार ने शुक्रवार को कहा कि मानसून की अच्छी बरसात होने के कारण खरीफ बुवाई के मौसम में दलहन खेती का रकबा करीब दोगुना होकर 64.25 लाख हेक्टेयर हो गया है।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि गर्मी में बोई जाने वाली धान फसल का रकबा पिछले वर्ष के इसी अवधि के 95.73 लाख हेक्टेयर की तुलना में अभी तक बढ़कर लगभग 120.77 लाख हेक्टेयर हो गया है।
बयान में कहा गया है, ‘‘पिछले साल की इसी अवधि में 24.49 लाख हेक्टेयर में दलहन खेती की तुलना में इस बार लगभग 64.25 लाख हेक्टेयर में दलहन की खेती की जा रही है।’’ मोटे अनाजों के लिए बुवाई का रकबा, 93.24 लाख हेक्टेयर हो गया है जो पहले 71.96 लाख हेक्टेयर था।
वहीं तिलहन फसलों के बुवाई का रकबा इस बार 139.37 लाख हेक्टेयर है जो पिछले साल इसी अवधि में 75.27 लाख हेक्टेयर था।
कपास की बुवाई का रकबा एक साल पहले की 77.71 लाख हेक्टेयर था जो इस बार बढ़कर 104.82 लाख हेक्टेयर हो गया है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि गर्मी में बोई जाने वाली धान फसल का रकबा पिछले वर्ष के इसी अवधि के 95.73 लाख हेक्टेयर की तुलना में अभी तक बढ़कर लगभग 120.77 लाख हेक्टेयर हो गया है।
बयान में कहा गया है, ‘‘पिछले साल की इसी अवधि में 24.49 लाख हेक्टेयर में दलहन खेती की तुलना में इस बार लगभग 64.25 लाख हेक्टेयर में दलहन की खेती की जा रही है।’’ मोटे अनाजों के लिए बुवाई का रकबा, 93.24 लाख हेक्टेयर हो गया है जो पहले 71.96 लाख हेक्टेयर था।
वहीं तिलहन फसलों के बुवाई का रकबा इस बार 139.37 लाख हेक्टेयर है जो पिछले साल इसी अवधि में 75.27 लाख हेक्टेयर था।
कपास की बुवाई का रकबा एक साल पहले की 77.71 लाख हेक्टेयर था जो इस बार बढ़कर 104.82 लाख हेक्टेयर हो गया है।
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