बीएसएनएन, एमटीएनएल की संपत्तियों को बाजार पर चढ़ाने के लिये चार परामर्श कंपनियों का चयन

Wednesday, Jul 08, 2020 - 09:27 PM (IST)

नयी दिल्ली, आठ जुलाई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की बीएसएनएल और एमटीएनएल की संपत्तियों को बाजार पर चढ़ाने की योजना को आगे बढ़ाने के लिये सीबीआरई, जेएलएल और नाइट फ्रैंट समेत चार परामर्श कंपनियों की सेवा ली गयी है। ये कंपनियां बाजार की स्थिति का पता लगाएंगी और उन प्रक्रियाओं का आकलन करेंगी जिसे अपनाया जा सकता है।
बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेश्क पी के पुरवार ने यह जानकरी दी। उन्होंने कहा कि जमीन को बाजार पर चढ़ाने की प्रक्रिया के बारे में माह अंत तक रिपोर्ट दी जा सकती है।
दोनों कंपनियों की कुल करीब 16 संपत्तियों की पहचान की गयी है जिसको बाजार में चढ़ाने की योजना है। इसमें से 11 संपत्ति भारत संचार निम लि. (बीएसएनएल) और करीब 5 महानगर टेलीफोन निगम लि. (एमटीएनएल) की हैं।
एमटीएनल की जिम्मेदारी संभाल रहे पुरवार ने पीटीआई-भाषा से कहा कि सीबीआरई, जेएलएल और नाइट फ्रैंक परामर्श कंपनियों में शमिल हैं जिनकी नियुक्ति निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘बाजार पर चढ़ाने के लिये बीएसएनएल की 11 और एमटीएनएल की करीब पांच संपत्तियों को छांटा गया है।
परामर्श कंपनियां बाजार पर चढ़ाने की पक्रिया का आकलन करेंगी और उसका अनुकरण किया जाएगा। वे दोनों संगठनों और दीपम को इस बारे में मदद करेंगी कि कौन सा बेहतर तरीका है, कैसे अच्छा मूल्य प्राप्त किया जा सकता है...वे विभाग की तरफ से जांच-परख करेंगी।’’
पुरवार ने कहा कि पूरी प्रक्रिया में 8-10 महीने का समय लग सकता है। लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट माह के अंत तक आने की उम्मीद है।

यह पूछे जाने पर कि क्या कोरोना वायरस महामारी के कारण इस पूरी प्रक्रिया में कोई चुनौती है, उन्होंने कहा, ‘‘कुछ मुद्दे होंगे। बाजार की जरूरत का आकलन करने की जरूरत है लेकिन इस समय हम अभी उस बिंदु पर नहीं पहुंचे हैं।’’
पुरवार ने कहा, ‘‘हमें पहले संपत्ति से जुड़े मुद्दों का आकलन करना है, उनका समाधान करना है। उसके बाद बाजार बाधाओं और अन्य पहलुओं का आकलन होगा।’
’उल्लेखनीय है कि पिछले साल अक्टूबर में सरकार ने बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिये 69,000 करोड़ रुपये के पुनरूद्धार पैकेज की घोषणा की थी। इसमें घाटे में चल रही दोनों कंपनियों को लाभ में लाने के लिये उनका विलय, स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना, संपत्तियों को बाजार पर चढ़ाना आदि शमिल हैं।



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PTI News Agency

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