बंगाल के राज्यपाल भाजपा के प्रवक्ता हैं: तृणमूल
Saturday, Jun 13, 2020 - 09:38 PM (IST)
नयी दिल्ली, 13 जून (भाषा) तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच जारी विवाद के बीच पार्टी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने शनिवार को उन पर ‘‘भाजपा के प्रवक्ता’’ होने का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि राज्य में कोविड-19 के कारण मरने वाले मरीजों के शवों का कथित तौर पर अपमानजनक तरीके से निपटारा किए जाने का एक वीडियो सामने आने के बाद धनखड़ ने व्यवस्था पर चिंता जतायी थी जिसके बाद दोनों के बीच वाक्-युद्ध शुरू हो गई।
पुलिस ने वीडियो को बाद में फर्जी बताया, जिसने दावा किया कि ये शव कोविड-19 रोगियों के नहीं थे और ये अस्पताल के मुर्दाघर के लावारिस और अज्ञात शव थे।
एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में तृणमूल के प्रवक्ता और राज्यसभा में पार्टी के नेता ओ ब्रायन ने सवाल खड़ा किया कि राज्यपाल क्यों कोरोना वायरस मुद्दे पर राज्य को निशाना बना रहे हैं।
ओ ब्रायन ने कहा, ‘‘पहले वह उनकी ओर से ट्वीट करेंगे और अब वह टीवी पर भी हैं। वह अब आधिकारिक रूप से भाजपा के प्रवक्ता हैं। वह शव के वीडियो को कोरोना वायरस के मुद्दे से जोड़ रहे हैं। वह पश्चिम बंगाल को लेकर एकतरफा क्यों हैं? वह उसपर कोई सवाल क्यों नहीं करते, जो गुजरात या मध्य प्रदेश में हो रहा है, जहां जांच बंगाल की तुलना में बहुत कम हुई है। बलरामपुर की बात करें, तो वहां एक शव को कचरा वैन में ले जाया गया था, लेकिन वह इस पर कोई ट्वीट नहीं करते हैं।’’ उन्होंने का कि उत्तर प्रदेश सरकार को एनएचआरसी ने नोटिस भेजा है और कई घटनाएं हैं, जिनपर भी उनको ध्यान देना चाहिए।
इससे पहले, शनिवार को धनखड़ ने कई ट्वीट किए, जिनमें उन्होंने फिर से वीडियो का उल्लेख किया और कहा कि शवों के निपटान का तरीका असभ्य और अपमानजनक है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पुरानी पुरानी परंपराओं को निर्दयतापूर्वक नष्ट किया गया। राज्य सरकार समाज से शीघ्र माफी मांगें।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
गौरतलब है कि राज्य में कोविड-19 के कारण मरने वाले मरीजों के शवों का कथित तौर पर अपमानजनक तरीके से निपटारा किए जाने का एक वीडियो सामने आने के बाद धनखड़ ने व्यवस्था पर चिंता जतायी थी जिसके बाद दोनों के बीच वाक्-युद्ध शुरू हो गई।
पुलिस ने वीडियो को बाद में फर्जी बताया, जिसने दावा किया कि ये शव कोविड-19 रोगियों के नहीं थे और ये अस्पताल के मुर्दाघर के लावारिस और अज्ञात शव थे।
एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में तृणमूल के प्रवक्ता और राज्यसभा में पार्टी के नेता ओ ब्रायन ने सवाल खड़ा किया कि राज्यपाल क्यों कोरोना वायरस मुद्दे पर राज्य को निशाना बना रहे हैं।
ओ ब्रायन ने कहा, ‘‘पहले वह उनकी ओर से ट्वीट करेंगे और अब वह टीवी पर भी हैं। वह अब आधिकारिक रूप से भाजपा के प्रवक्ता हैं। वह शव के वीडियो को कोरोना वायरस के मुद्दे से जोड़ रहे हैं। वह पश्चिम बंगाल को लेकर एकतरफा क्यों हैं? वह उसपर कोई सवाल क्यों नहीं करते, जो गुजरात या मध्य प्रदेश में हो रहा है, जहां जांच बंगाल की तुलना में बहुत कम हुई है। बलरामपुर की बात करें, तो वहां एक शव को कचरा वैन में ले जाया गया था, लेकिन वह इस पर कोई ट्वीट नहीं करते हैं।’’ उन्होंने का कि उत्तर प्रदेश सरकार को एनएचआरसी ने नोटिस भेजा है और कई घटनाएं हैं, जिनपर भी उनको ध्यान देना चाहिए।
इससे पहले, शनिवार को धनखड़ ने कई ट्वीट किए, जिनमें उन्होंने फिर से वीडियो का उल्लेख किया और कहा कि शवों के निपटान का तरीका असभ्य और अपमानजनक है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पुरानी पुरानी परंपराओं को निर्दयतापूर्वक नष्ट किया गया। राज्य सरकार समाज से शीघ्र माफी मांगें।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।