नए राजस्व मॉडल पर प्रयोग करेगी इंडिगो, 4,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध होने की उम्मीद
Tuesday, Jun 02, 2020 - 09:24 PM (IST)
नयी दिल्ली, दो जून (भाषा) कोरोना वायरस की वजह से संकट से जूझ रही देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो नए नेटवर्क और राजस्व मॉडल पर प्रयोग करेगी। इसके अलावा एयरलाइन ऐसे उपायों का भी क्रियान्वयन करेगी जिससे उसके 4,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध हो सकेगी।
इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन को बीते वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में 871 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। एयरलाइन ने कहा है कि वह कोई लाभांश नहीं देगी।
इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रोनोजॉय दत्ता ने कहा, ‘‘हम अपनी इकाई की लागत और घटा रहे हैं, बेड़े को दक्ष बना रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारी क्षमता का आकार बाजार के हिसाब से सही हो। इसके अलावा हम नए नेटवर्क और राजस्व मॉडल के साथ भी प्रयोग कर रहे हैं।’’
दत्ता ने कहा कि इस चुनौतीपूर्ण माहौल में मुनाफे और वृद्धि के बजाय हम नकदी और तरलता के प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘नकदी बचाने के लिए हमारा इस साल कोई लाभांश देने का इरादा नहीं है। हम नकदी बढ़ाने के लिए कदम उठाएंगे।’’
कोरोना वायरस महामारी और उसके बाद लागू लॉकडाउन से विमानन उद्योग और एयरलाइंस बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
इंडिगो के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) आदित्य पांडे ने कहा कि कंपनी ने लागत घटाने और तरलता बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि निचले वेतन वाले कर्मचारियों को छोड़कर अन्य सभी वर्गों के कर्मचारियों के वेतन में 5-25 प्रतिशत की कटौती की गई है। सभी कर्मचारियों की वेतनवृद्धि को भी टाल दिया गया है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन को बीते वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में 871 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। एयरलाइन ने कहा है कि वह कोई लाभांश नहीं देगी।
इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रोनोजॉय दत्ता ने कहा, ‘‘हम अपनी इकाई की लागत और घटा रहे हैं, बेड़े को दक्ष बना रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारी क्षमता का आकार बाजार के हिसाब से सही हो। इसके अलावा हम नए नेटवर्क और राजस्व मॉडल के साथ भी प्रयोग कर रहे हैं।’’
दत्ता ने कहा कि इस चुनौतीपूर्ण माहौल में मुनाफे और वृद्धि के बजाय हम नकदी और तरलता के प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘नकदी बचाने के लिए हमारा इस साल कोई लाभांश देने का इरादा नहीं है। हम नकदी बढ़ाने के लिए कदम उठाएंगे।’’
कोरोना वायरस महामारी और उसके बाद लागू लॉकडाउन से विमानन उद्योग और एयरलाइंस बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
इंडिगो के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) आदित्य पांडे ने कहा कि कंपनी ने लागत घटाने और तरलता बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि निचले वेतन वाले कर्मचारियों को छोड़कर अन्य सभी वर्गों के कर्मचारियों के वेतन में 5-25 प्रतिशत की कटौती की गई है। सभी कर्मचारियों की वेतनवृद्धि को भी टाल दिया गया है।
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