कोरोना वायरस: स्विगी करेगी 1,100 कर्मचारियों की छंटनी
Monday, May 18, 2020 - 09:11 PM (IST)
नयी दिल्ली, 18 मई (भाषा) घर पर खाना डिलिवरी करने वाली कंपनी स्विगी ने अगले कुछ दिनों में अपने करीब 1,100 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। कंपनी ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस संकट की वजह से उसके व्यवसाय पर नकारात्मक असर पड़ा है। इसलिए वह देशभर में फैले अपने विभिन्न कार्यालयों और मुख्य कार्यालय में कर्मचारियों की संख्या कम करेगी।
कर्मचारियों को भेजे एक ई-मेल में स्विगी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, ‘‘आज स्विगी के लिए सबसे दुखद दिन है, क्योंकि हमें कर्मचारियों की दुर्भाग्यपूर्ण छंटनी के दौर से गुजरना है।’’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने कंपनी को तोड़कर रख दिया है और अभी भी सिर्फ अनिश्चितता बनी हुई है। इस वजह से उसे मजबूरन आगे के लिए कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं। हमें अपनी लागत कम करनी है और आगे की अनिश्चितताओं को देखते हुए किसी भी जोखिम से बचना है।
अगले 18 महीने के दौरान व्यवसाय में उथल-पुथल की आशंका के चलते कंपनी अपने कारोबार का स्तर कम रही है। साथ ही जुड़े हुए अन्य कारोबार बंद कर रही है। कंपनी के इस कदम की सबसे बुरी मार उसके ‘खुद की रसोइयों’ (क्लाउड किचन) पर पड़ी है।
क्लाउड किचन ऐसी रसोइयां होती हैं, जहां ऑनलाइन ऑर्डर के आधार पर खाना बनाकर ऑनलाइन माध्यम से ही डिलिवर कर दिया जाता है। इन रसोइयों का खुद का कोई रेस्तरां इत्यादि नहीं होता।
उन्होंने कहा कि चूंकि इस संकट ने हमारे मुख्य व्यवसाय को गंभर रूप से प्रभावित किया है, इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम अब भारत में ई-वाणिज्य और होम डिलीवरी में प्रवेश करने के मोड़ पर हैं। यह हमें किराने और अन्य सेवा उत्पादों को जारी रखने के अवसर देता है जिसके बारे में हमें लगता है कि हम आगे भी अच्छा प्रदर्शन जारी रख सकेंगे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
कर्मचारियों को भेजे एक ई-मेल में स्विगी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, ‘‘आज स्विगी के लिए सबसे दुखद दिन है, क्योंकि हमें कर्मचारियों की दुर्भाग्यपूर्ण छंटनी के दौर से गुजरना है।’’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने कंपनी को तोड़कर रख दिया है और अभी भी सिर्फ अनिश्चितता बनी हुई है। इस वजह से उसे मजबूरन आगे के लिए कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं। हमें अपनी लागत कम करनी है और आगे की अनिश्चितताओं को देखते हुए किसी भी जोखिम से बचना है।
अगले 18 महीने के दौरान व्यवसाय में उथल-पुथल की आशंका के चलते कंपनी अपने कारोबार का स्तर कम रही है। साथ ही जुड़े हुए अन्य कारोबार बंद कर रही है। कंपनी के इस कदम की सबसे बुरी मार उसके ‘खुद की रसोइयों’ (क्लाउड किचन) पर पड़ी है।
क्लाउड किचन ऐसी रसोइयां होती हैं, जहां ऑनलाइन ऑर्डर के आधार पर खाना बनाकर ऑनलाइन माध्यम से ही डिलिवर कर दिया जाता है। इन रसोइयों का खुद का कोई रेस्तरां इत्यादि नहीं होता।
उन्होंने कहा कि चूंकि इस संकट ने हमारे मुख्य व्यवसाय को गंभर रूप से प्रभावित किया है, इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम अब भारत में ई-वाणिज्य और होम डिलीवरी में प्रवेश करने के मोड़ पर हैं। यह हमें किराने और अन्य सेवा उत्पादों को जारी रखने के अवसर देता है जिसके बारे में हमें लगता है कि हम आगे भी अच्छा प्रदर्शन जारी रख सकेंगे।
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