कोरोना वायरस: ट्रांसपोर्टरों की सरकार से राहत पैकेज की मांग

Friday, Apr 10, 2020 - 07:50 PM (IST)

नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) कोरोना वायरस के सामुदायिक फैलाव को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन (बंद) से एक करोड़ से अधिक ट्रांसपोर्टरों, ट्रक चालकों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। ट्रांसपोर्टरों ने शुक्रवार को सरकार से इस क्षेत्र के लिए तत्काल राहत पैकेज देने की गुजारिश की है।

कोरोना वायरस की वजह से लगाये गये लॉकडाउन के चलते 90 प्रतिशत से अधिक ट्रांसपोर्टर का काम ठप पड़ गया है। इससे करीब एक करोड़ ट्रक चालक प्रभावित हुए हैं।
अखिल भारतीय मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) अध्यक्ष कुलतारण सिंह अटवाल ने पीटीआई-भाषा से कहा कि चार लाख से अधिक ट्रक चालक गैर- जरूरी सामानों से लदकर देशभर में जगह जगह अटके पड़े हैं। इनके पास करीब 40,000 करोड़ रुपये का माल अटका पड़ा है।
अटवाल ने कहा कि एआईएमटीसी ने सरकार को पत्र लिखकर ट्रांसपोर्ट क्षेत्र को तत्काल राहत मुहैया कराने के लिए कहा है। ट्रांसपोर्ट क्षेत्र पहले से वेंटिलेटर पर है। इससे जुड़े प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष 20 करोड़ लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है।
एआईएमटीसी के महासचिव नवीन गुप्ता ने कहा कि एआईएमटीसी ट्रांसपोर्ट क्षेत्र की शीर्ष इकाई है। करीब 93 लाख ट्रक ट्रांसपोर्टर इससे जुड़े हैं।
गुप्ता ने कहा कि ट्रांसपोर्टरों के अटके रहने से औसतन रोजाना 2,200 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
गुप्ता ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से तत्काल राहत की मांग की है। इसमें ट्रक या बस चालकों को उनके आधार या ड्राइविंग लाइसेंस के हिसाब से औसतन 15,000 रुपये प्रतिमाह देने चाहिए।
इसके अलावा एआईएमटीसी ने ट्रांसपोर्ट क्षेत्र पर एक श्वेत पत्र तैयार कर सरकार को दिया है। साथ ही सभी ड्राइवरों के लिए अनिवार्य बीमा की मांग भी रखी है।

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PTI News Agency

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