टैफे ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश में किया छोटे किसानों के लिए किराये पर ट्रैक्टर योजना का विस्तार

Saturday, Apr 04, 2020 - 04:23 PM (IST)

नयी दिल्ली, चार अप्रैल (भाषा) ट्रैक्टर विनिर्माता टैफे ने छोटे और सीमांत किसानों की मदद के लिए शुरू की गयी किराया-मुक्त ट्रैक्टर योजना का राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी विस्तार किया है। इन दोनों राज्यों में यह योजना छह अप्रैल 2020 से शुरू होकर 90 दिनों तक चलेगी।
टैफे ने अपने कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत तमिलनाडु में बृहस्पतिवार को यह योजना शुरू करने की घोषणा की थी। छोटे किसानों पर कोरोना वायरस के खतरे का प्रभाव कम करने के उद्देश्य से कंपनी ने यह योजना शुरू की है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि राजस्थान और उत्तर प्रदेश के 20-20 जिलों यह योजना चलायी जाएगी। इसके तहत कंपनी राजस्थान में 11,000 ट्रैक्टर और 50,000 कृषि उपकरण और उत्तर प्रदेश में 3,000 ट्रैक्टर और 12,000 कृषि उपकरण उपलब्ध कराएगी।
टैफे की इस योजना के तहत मैसी फर्ग्यूसन और आयशर के ट्रैक्टर भी उपलब्ध होंगे। मैसी फर्ग्यूसन, आयशर ट्रैक्टर्स और उपकरणों के किराये का भुगतान सीधे कंपनी करेगी। किराये पर मिलने वाले इन ट्रैक्टरों की बुकिंग जेफार्म सर्विसेज मोबाइल ऐप या टोल-फ्री हेल्पलाइन 1800-4200-100 पर की जा सकती है। इसके अलावा, किसान राज्य भर में मौजूद इसके क्षेत्र अधिकारियों, डीलर नेटवर्क आदि जैसे विभिन्न ऑन-ग्राउंड माध्यमों से भी ऑर्डर बुक किए जा सकते हैं।
इस मौके पर टैफे की चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मल्लिका श्रीनिवासन ने कहा, “इस साल मानसून बेहतर रहा है और भूजल का स्तर भी सही है। ऐसे में हमें अच्छी रबी फसल की उम्मीद है। लेकिन यह मुश्किल वक्त है और इसलिए हम अपनी तरफ से इन राज्यों के छोटे किसानों की कृषि मशीनों की जरूरतों को पूरा करने में मदद करना चाहते हैं। ताकि वह अपनी फसल की तैयारियां अच्छे से कर सकें।’’ श्रीनिवासन ने कहा कि इन राज्यों में यह योजना छह अप्रैल से शुरू होगी। इसके तहत ट्रैक्टरों और कृषि उपकरणों का किराया कंपनी की ओर से चुकाया जाएगा।
कंपनी तमिलनाडु के 30 जिलों में 4,400 ट्रैक्टर और 15,000 कृषि उपकरणों को इस योजना के तहत एक अप्रैल से ही उपलब्ध करा चुकी है।


यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

PTI News Agency

Advertising