मंत्रियों के समूह ने देशभर में कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की

Friday, Apr 03, 2020 - 07:56 PM (IST)

नयी दिल्ली, 3 अप्रैल (भाषा) देशभर में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक वृद्धि के बीच सरकार ने शुक्रवार को देशव्यापी लॉकडाउन (बंद) के कारण उत्पन्न स्थिति एवं सम्पूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की विस्तृत समीक्षा की । अधिकारियों ने यह जानकारी दी ।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के समूह (जीएओएम) ने स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान, रेल मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी शिरकत की ।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों ने कोरोना वायरस के मामले बढ़ने से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिये उठाये गए कदमों एवं व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी । इसके साथ ही लॉकडाउन के मद्देनजर पर्याप्त मात्रा में आवश्यक वस्तुओं एवं दवा की आपूर्ति सुनिश्चित करने के कदमों के बारे में जानकारी दी गई ।
गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के अब तक 2300 मामले सामने आए है और कम से कम 56 लोगों को मौत हो चुकी है । दुनिया में इस वायरस से 10 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और करीब 50 हजार लोगों की मौत हो चुकी है ।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों ने देशभर में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की स्थिति की भी समीक्षा की । उन्होंने बताया कि ट्रकों एवं मालगाड़ियों में खाद्य सामग्री एवं अन्य वस्तुओं की ढुलाई के लिये मजदूरों की कमी की समस्या को दूर कर लिया गया है ।
सूत्रों ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के पलायन के मुद्दे पर मंत्रियों के समूह ने महसूस किया कि इसका भी समाधान निकाल लिया गया है और उनकी राज्य सरकारों द्वारा स्थापित अस्थायी आश्रयों में देखभाल की जा रही है ।
उन्होंने बताया कि मंत्रियों के समूह ने लोगों से अपील की कि वे रविवार को रात नौ बजे 9 मिनट तक घरों में दीया, मोमबत्ती, टार्च जलाने के आह्वान को सफल बनायें ।
बैठक में रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा, कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, महिला एवं बााल विकास मंत्री स्मृति ईराली, जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने भी हिस्सा लिया ।
सूत्रों के अनुसार, मंत्रियों के समूह ने हजारों स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों के जवानों एवं सशस्त्र बलों के कर्मियों सहित आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की श्रृंखला से जुड़े लोगों के योगदान एवं समर्पण की सराहना की।
बहरहाल, रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र बल अस्पतालों में कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच के लिये बनाये गए नेशनल ग्रिड के तहत पांच जांच प्रयोगशालाएं तैयार की हैं । इनमें आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल), दिल्ली, एयरफोर्स कमान अस्पताल बेंगलुरु, आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कालेज पुणे, कमान अस्पताल लखनऊ तथा कमान अस्पताल उधमपुर शामिल है । इसके अलावा छह और असपतालों को कोविड-19 जांच से जुड़़ी आधारभूत संरचनाओं से लैस किया गया है ।
रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इसके साथ ही 15 अन्य सुविधाओं को तैयार रखा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर इनका उपयोग किया जा सके । इसके साथ ही देशभर में सशस्त्र बलों के 51 अस्पतालों को समर्पित आधारभूत ढांचे से युक्त किया गया है जहां सघन जांच की सुविधा और बिस्तर उपलब्ध रहेंगे ।
इनमें से कुछ अस्पताल कोलकाता, विशाखापत्तनम, कोच्चि, डुंडीगल, बेंगलुरू, कानपुर, जैसलमेर, जोरहाट, गोरखपुर में स्थित हैं । वर्तमान में मुम्बई, जैसलमेर, जोधपुर, हिंडन, मानेसर और गोरखपुर में पृथक केंद्र सुविधा का संचालन हो रहा है । इन केंद्रों में 1737 लोगों को रखा गया और अब तक 403 लोगों को छुट्टी दी जा चुकी है ।
अधिकारियों ने बताया कि अभी तक विमानों से देश के विभिन्न हिस्सों में 60 टन सामग्री पहुंचाया गयी है । किसी भी स्थिति से निपटने के लिये देश के विभिन्न हिस्सों में 21 हेलीकाप्टर तैयार रखे गए हैं । पड़ोसी देशों को सहायता पहुंचाने के लिये नौसेना के छह जहाज तैयार रखे गए हैं । मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और अफगानिस्तान में तैनाती के मकसद से पांच मेडिकल टीमों को तैयार रखा गया है ।


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PTI News Agency

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