निजी शोक के बावजूद आईओसी चेयरमैन ईंधन आपूर्ति की देखरेख में जुटे

Sunday, Mar 29, 2020 - 04:48 PM (IST)

नयी दिल्ली, 29 मार्च (भाषा) कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी, उसी दिन भारत की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयर कॉरपोरेशन (आईओसी) के चेयरमैन संजीव सिंह के पिता का निधन हुआ था, लेकिन इस शोक के बावजूद वह ईंधन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 24 घंटे के भीतर काम पर लौट आए।
राज्य सरकारों के 15 मार्च के आसपास सीमित प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से ही सिंह रिफाइनरी के परिचालन और वितरण श्रृंखला का कामकाज देख रहे थे।

उनके पिता का 89 वर्ष की उम्र में 24 मार्च को निधन हुआ।
उन्होंने 24 घंटे के भीतर ही जिम्मेदारी संभाल ली और लखनऊ स्थित अपने पैतृक घर को अपना कार्यालय बना लिया और इस बात की निगरानी करने लगे कि देश के किसी भी हिस्से में आपूर्ति बाधित न हो।
सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘मेरे पिता लखनऊ में रहते थे और 24 मार्च को हमें उनके अस्वस्थ होने के बारे में एक फोन आया। मैंने अपनी पत्नी के साथ लखनऊ जाने का फैसला किया, लेकिन एक घंटे के भीतर ही हमें फोन आया कि वे अब नहीं रहे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक बड़ी व्यक्तिगत क्षति थी।’’ लेकिन, उन्होंने कर्तव्य के लिए अपने व्यक्तिगत नुकसान को अलग रखा।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं सिर्फ अपना काम कर रहा हूं। देश में ऐसे सैकड़ों और हजारों तेल कारोबारी हैं, जो खुद को जोखिम में डालकर देश को ईंधन की आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे हैं।’’
सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और सैकड़ों फोन कॉल के माध्यम से की जाने वाली दैनिक समीक्षाओं के जरिए सभी कार्यों पर पल-पल की नजर रखते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा इस देश के प्रति कर्तव्य है और हम बस वही कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने रिफाइनरी, डिपो और विपणन ढांचे के संचालन में पूरी सावधानी बरती है। पेट्रोल पंप और एलपीजी वितरण केंद्रों में आने वाले उपभोक्ताओं को व्यक्तिगत सुरक्षा के साधन दिए गए हैं।’’
उन्होंने कहा कि आईओसी ट्रक ड्राइवरों को मुफ्त भोजन पैकेट भी दे रही है।



यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

PTI News Agency

Advertising