महिंद्रा की महज 7,500 रुपये में परिष्कृत वेंटिलेटर बनाने की तैयारी
Thursday, Mar 26, 2020 - 06:33 PM (IST)
नयी दिल्ली, 26 मार्च (भाषा) महिंद्रा एंड महिंद्रा ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसे एक ऐसा परिष्कृत वेंटिलेटर बना लेने की उम्मीद है, जिसकी कीमत महज 7,500 रुपये तक होगी।
कंपनी ने कहा कि उसे बैग वॉल्व मास्क वेंटिलेटर जिसे बोल-चाल की भाषा में अंबु बैग कहा जाता है, के एक प्रतिरूप के लिये तीन दिन में मंजूरी मिल जाने की उम्मीद है।
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हम इसके साथ ही आईसीयू वेंटिलेटर बनाने वाली एक स्वदेशी कंपनी के साथ भी मिलकर काम कर रहे हैं। इन परिष्कृत मशीनों की कीमत पांच लाख से दस लाख रुपये के बीच होती है। हमारी टीम द्वारा तैयार यह उपकरण (अंबु बैग) आपात स्थिति में कुछ देर तक जीवन की रक्षा करने में सक्षम है। टीम का अनुमान है कि इसकी कीमत 7,500 रुपये से कम होगी।’’
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए आपात स्थिति में वेंटिलेटर बेहद महत्वपूर्ण उपकरण हैं।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक पवन गोयनका ने इससे पहले कहा था कि उनकी कंपनी वेंटिलेटर का डिजायन सरल बनाने तथा इनका उत्पादन तेज करने के लिये एक मौजूदा विनिर्माता के साथ ही दो बड़े सार्वजनिक उपक्रमों के साथ भी काम कर रही है।
गोयनका ने वेंटिलेटर की कमी दूर करने को लेकर कंपनी के द्विआयामी दृष्टिकोण की जानकारी देते हुए कहा, ‘‘एक तरफ हम वेंटिलेटर के एक मौजूदा विनिर्माता के साथ ही दो सरकारी उपक्रमों के साथ काम कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य वेंटिलेटर के डिजायन को सरल बनाकर इनका उत्पादन तेज करने में इन कंपनियों की मदद करना है। दूसरी तरफ हम अंबु बैग के एक स्वचालित संस्करण पर काम कर रहे हैं। हमें मंजूरी के लिये तीन दिन में प्रोटोटाइप तैयार कर लेने की उम्मीद है। मंजूरी मिल जाने के बाद यह डिजायन विनिर्माण के लिये हर किसी को उपलब्ध हो जाएगा।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
कंपनी ने कहा कि उसे बैग वॉल्व मास्क वेंटिलेटर जिसे बोल-चाल की भाषा में अंबु बैग कहा जाता है, के एक प्रतिरूप के लिये तीन दिन में मंजूरी मिल जाने की उम्मीद है।
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हम इसके साथ ही आईसीयू वेंटिलेटर बनाने वाली एक स्वदेशी कंपनी के साथ भी मिलकर काम कर रहे हैं। इन परिष्कृत मशीनों की कीमत पांच लाख से दस लाख रुपये के बीच होती है। हमारी टीम द्वारा तैयार यह उपकरण (अंबु बैग) आपात स्थिति में कुछ देर तक जीवन की रक्षा करने में सक्षम है। टीम का अनुमान है कि इसकी कीमत 7,500 रुपये से कम होगी।’’
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए आपात स्थिति में वेंटिलेटर बेहद महत्वपूर्ण उपकरण हैं।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक पवन गोयनका ने इससे पहले कहा था कि उनकी कंपनी वेंटिलेटर का डिजायन सरल बनाने तथा इनका उत्पादन तेज करने के लिये एक मौजूदा विनिर्माता के साथ ही दो बड़े सार्वजनिक उपक्रमों के साथ भी काम कर रही है।
गोयनका ने वेंटिलेटर की कमी दूर करने को लेकर कंपनी के द्विआयामी दृष्टिकोण की जानकारी देते हुए कहा, ‘‘एक तरफ हम वेंटिलेटर के एक मौजूदा विनिर्माता के साथ ही दो सरकारी उपक्रमों के साथ काम कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य वेंटिलेटर के डिजायन को सरल बनाकर इनका उत्पादन तेज करने में इन कंपनियों की मदद करना है। दूसरी तरफ हम अंबु बैग के एक स्वचालित संस्करण पर काम कर रहे हैं। हमें मंजूरी के लिये तीन दिन में प्रोटोटाइप तैयार कर लेने की उम्मीद है। मंजूरी मिल जाने के बाद यह डिजायन विनिर्माण के लिये हर किसी को उपलब्ध हो जाएगा।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।