B'day special: क्रिकेट की दीवानगी ने बनाया जहीर खान को सफल गेंदबाज

punjabkesari.in Saturday, Oct 07, 2017 - 01:38 PM (IST)

नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी जहीर खान का आज यानि कि 7 अक्टूबर को उनका 39वां जन्मदिन हैं। इनका जन्म महाराष्ट्र में श्रीरामपुर नगर में हुआ था। क्रिकेट के इतिहास में इन्होंने कई कामयाबियों को अपने नाम किया, लेकिन ज्यादादर चोटिल होने की वजह से 2015 को क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। आइए, जानते उनके जीवन और क्रिकेट करियर की कुछ खास बातों के बारे में-

क्रिकेट में दीवानगी देख पिता ने दिया स्पोर्ट
जहीर खान का जन्म एक मध्यम वर्गीय परिवार से थे। उनके पिता फोटोग्राफर और मां टीचर थीं। अपनी शुरुआती पढ़ाई हिंद सेवा मंडल न्यू मराठी प्राइमरी स्कूल और उसके बाद केजे सोमैया सेकेंड्री स्कूल से की थी। स्कूल खत्म होने के बाद जहीर ने मेकैनिकल इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स में दाखिला लिया। जहीर क्रिकेट के दीवाने थे और इस दीवानगी को देखकर ही पिता ने 17 साल की उम्र में उन्हें मुंबई ले आए। जहां जहीर खान ने नेशनल क्रिकेट क्लब के शुरुआती 2 सत्रों के हर मुकाबलों में भाग लिया। 

इस तरह की क्रिकेट की शुरुआत 
शिवाजी पार्क जिमखाना के खिलाफ फाइनल में लिए गए 7 विकेटों ने जहीर खान को सुर्खियों में ला दिया। जिसके बाद जहीर खान को मुंबई और वेस्ट जोन की अंडर-19 टीम में चुन लिया गया। प्रथम श्रेणी का आगाज 1999-2000 में मुंबई की टीम में जगह न मिल पाने के कारण बड़ौदा की तरफ से किया था। इस सीरीज से उन्होंने सभी का दिल जीत लिया और तीसरे सबसे सफल गेंदबाज और बाएं हाथ के सबसे सफल गेंदबाज के थे। 

घरेलू क्रिकेट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किया डेब्यू 
जहीर खान को नैरोबी में खेली गई आईसीसी नॉक आउट ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला। इस मैच में उन्होंने 3 विकेट लिए और अपने दूसरे मुकाबले में जो कि विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वॉर्टरफाइनल था उसमें जहीर खान ने एडम गिलक्रिस्ट और कप्तान स्टीव वॉ को आउट कर भारत को ऐतिहासित जीत दिला दी। 

क्रिकेट करियर 
जहीर खान ने टेस्ट में पदार्पण बांग्लादेश के खिलाफ किया था। 

विश्व कप 2003 में जहीर खान ने जवागल श्रीनाथ और आशीष नेहरा के साथ मिलकर शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया था। इस टूर्नामेंट में भारत फाइनल तक पहुंचा था। टूर्नामेंट में जहीर खान ने 20.77 की शानदार औसत से 11 मैचों में 18 विकेट झटके जिसकी बदौलत वह टूर्नामेंट में चौथे सबसे सफल गेंदबाज थे।

जुलाई 2007 में जब भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर थी तब जहीर खान ने 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में 18 विकेट लिए थे। 

 जहीर खान ने विश्व कप 2011 में टीम के मुख्य तेज गेंदबाज थे। टूर्नामेंट में जहीर ने 21 विकेट झटके। 

2011 वर्ल्ड कप में वो शाहिद अफरीदी के साथ संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। 

जहीर खान ने 2012 अगस्त के बाद भारत के लिए कोई मैच नहीं खेला। 

जहीर खान को 2011 में इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में चुना गया लेकिन चोट के कारण जहीर खान को पहले टेस्ट के बाद सीरीज से हटना पड़ा। 

दिसंबर 2013 में जहीर खान 300 विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज बने।

जहीर खान अब तक तीन आईपीएल फ्रंचाइजी के लिए खेल चुके हैं। जहीर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, मुंबई इंडियंस और डेल्ही डेयरडेविल्स की तरफ से आईपीएल में खेल चुके हैं और वो डेल्ही डेयरडेविल्स के मेन्टॉर भी हैं।
 


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