विजेंदर सिंह ने जीती पहली प्रोफेशनल फाइट

punjabkesari.in Sunday, Oct 11, 2015 - 08:35 AM (IST)

मैनचेस्टर: भारत के सुपरस्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने प्रो मुक्केबाजी में विजयी पदार्पण करते हुए ब्रिटेन के सोनी व्हीटिंग को शनिवार को अपने जबरदस्त पंचों से नाकआउट कर डाला।  विजेंदर और व्हीटिंग के इस मुकाबले पर देशभर के तमाम खेल प्रेमियों की निगाहें लगी हुई थी और भारतीय समयानुसार रात साढ़े दस बजे शुरु हुए इस मुकाबले को जीतने में विजेंदर को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। विजेंदर का जहां यह पहला प्रो मुकाबला था वहीं उनके प्रतिद्वंदी को प्रो मुक्केबाजी का अच्छा खासा अनुभव था लेकिन ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय मुक्केबाज ने एक मंझे हुए बॉक्सर की तरह ब्रिटिश मुक्केबाज को करीब 20 मिनट में तबीयत से धो डाला। 
 
 विजेंदर ने व्हीटिंग पर दाएं और बाएं तरफ से जबरदस्त पंच लगाए जिसके बाद रैफरी ने मुकाबला रोक दिया। विजेंदर ने पहले सीधे हाथ का प्रहार किया फिर बाएं हाथ के पंच ने ब्रिटिश मुक्केबाज को रिंग की रस्सियों पर गिरा दिया। इसके बाद विजेंदर के सीधे प्रहार ने व्हीटिंग को ऐसा पस्त किया कि मुकाबला रोक देना पड़ा। विजेंदर को इस मुकाबले का विजेता घोषित किया गया। विजेंदर ने इस मुकाबले से पहले एक महीने से ज्यादा समय तक यहां ली बेयर्ड से प्रशिक्षण लिया था और उन्होंने प्रो मुक्केबाजी में सफल पदार्पण से साबित किया कि वह इस रेस में भी लंबी दूरी के घोड़े साबित होंगे। 
 
 मुकाबले की पूर्व संध्या पर विजेंदर ने कहा था ‘‘मैं पूरी तरह तैयार हूं और मुझे रिंग में उतरने का बेसब्री से इंतजार है। मेरी रणनीति यही है कि मैं रिंग में उतरूं, विपक्षी पर प्रहार करूं और विजेता बनकर बाहर निकलूं।’’ विजेंदर ने अपनी बातों को सही साबित किया और विजेता बनकर रिंग से बाहर निकले। ब्रिटिश मुक्केबाज ने मुकाबले से पहले दावा किया था कि वह विजेंदर को बच्चे की तरह धो डालेंगे लेकिन विजेंदर ने अपनी ताबड़तोड़ जीत के बाद दिखा दिया कि चैंपियन कौन है और बच्चा कौन।  विजेंदर 2008 बीजिंग ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता थे और उन्होंने अगले साल रियो ओलंपिक में उतरने के बजाय प्रो बॉकिं्सग में अपना कैरियर आजमाने का फैसला किया था और उनका यह फैसला आज सही साबित हुआ। 

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