जानिए, द ग्रेट खली के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें
Monday, Aug 28, 2017 - 02:30 PM (IST)
नई दिल्ली: द ग्रेट खली के फैंस के लिए 27 अगस्त का दिन बेहद खास था, जी हां, इस दिन भारतीय प्रोफेशन रेसलर और पावर लिफ्टर दिलीप सिंह राणा उर्फ द ग्रेट खली का जन्म 27 अगस्त को हुआ था। इस अवसर पर जानिए खली के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें-
-खली, हिमाचल प्रदेश के धिरियाना गांव के एक पंजाबी हिन्दू राजपूत परिवार के रहने वाले हैं। उनके पिता का नाम ज्वाला रमा और मां का नाम तांडी देवी है। वह एक गरीब परिवार के थे।
गरीबी की वजह से पढ़ नहीं पाएं खली
परिवार में गरीबी होने की वजह से खली ज्यादा पढ़ नहीं पाए और अपने माता पिता की आर्थिक मदद करने के लिए उसने काम ढूंढना शुरू कर दिया। 1979 में गर्मियों के मौसम में स्कूल से निकाल दिया गया, क्योंकि बारिश नहीं होने से फसल सूख गई थी और उनके परिवार के पास फीस भरने के पैसे नहीं थे।
पत्थर तोड़ने का काम करते थे खली
परिवार में आर्थिक तंगी की वजह से उन्होंनें काम करने का सोचा, लेकिन पढ़े-लिखे नहीं होने के कारण उन्होंने मजदूरी करनी शुरु कर दी थी। उन्होंनें 'रोड परियोजना' के लिए पत्थर तोड़ने का काम करते थे।
मोची से अपने नाप के जूते बनवाकर पहनते थे खली
कद-काठ अच्छा होने की वजह से उनके पैरो की नाप के जूते तक बाजार में नही मिल पाते थे इसलिए वो बाजार में मोची से अपने नाप के जूते बनवाकर पहनते थे। अब उनका कद 7 फुट 2 इंच और वजन 157 किलोग्राम है। खास बात तो ये है कि खली मां काली के भक्त हैं और शराब-तंबाकू से दूर रहते है।
इस तरह पुलिस में मिली नौकरी
एक दिन शिमला में पंजाब के एक पुलिस अफसर ने खली को देखा, जो उस समय शिमला में एक जगह पर सिक्यूरिटी गार्ड थे। वो उनकी कद काठी को देखकर दंग रह गये। उस पुलिस ऑफिसर ने खली को पंजाब आकर पुलिस में भर्ती होने का प्रस्ताव दिया। 1993 में खली को पंजाब पुलिस में नौकरी मिल गयी। उस समय खली अपने भाई के साथ पंजाब में आकर बस गये थे । इसके बाद खली के भाई को भी पंजाब पुलिस में नौकरी मिल गई थी और इसी तरह मेहनत कर रेसलिंग की ट्रेनिंग लेकर वह आज एक बड़े रेसलर बन गए।
10 मिंट में खा जाते है 40 रोटियां, 4 किलो सब्जी
मजेदार बात तो ये है कि एक दिन किसी ने खली को घर बुलाया को इन्होंने 10 मिनट के अंदर 40 रोटिया , 4 किलो सब्जी और 8 कटोरे दाल पी गए तो उनकी की पत्नी ने पति से कहा “इनको वापस लेकर कभी मत आना ”