टेलिकाम कंपनी का आरोप, अदालत को भ्रमित कर रहे हैं धोनी

Tuesday, Oct 04, 2016 - 08:10 PM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय वनडे क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को अपना ब्रांड दूत बनाने वाली टेलिकाम कंपनी ने आज दिल्ली उच्च न्यायालय में उन पर आरोप लगाया कि वह ‘चिंताजनक हालात’ पैदा करने के लिए ‘जान बूझकर’ अदालत को गुमराह कर रहे हैं। मैक्स मोबीलिंक प्राइवेट लिमिटेड के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि उन्होंने कभी किसी फायदे के लिए धोनी के नाम का दुरूपयोग नहीं किया।

धोनी ने उन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अदालत के 2014 के फैसले की अवमानना की है जिसमें कहा गया था कि कंपनी अपने उत्पाद के प्रचार या बिक्री के लिए उनके नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकती। कंपनी के प्रबंध निदेशक अजय आर अग्रवाल ने 21 अप्रैल के इस फैसले के संदर्भ में दाखिल हलफनामे में दावा किया कि कंपनी ने 17 नवंबर 2014 के बाद से एेसा कोई उत्पाद नहीं बेचा है जिसके लिए धोनी की तस्वीर या नाम का प्रयोग या दुरूपयोग किया गया।

धोनी का कंपनी के साथ विज्ञापन करार दिसंबर 2012 में खत्म हो गया था। अग्रवाल ने कहा, ‘‘मैं बताना चाहता हूं कि कंपनी ने अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया से सारी सामग्री हटा ली है जिसमें धोनी के नाम का इस्तेमाल किया गया। मैं कहना चाहूंगा कि धोनी एेसे हालात बनाने के लिए जान बूझकर अदालत को गुमराह कर रहे हैं ।

उन्होंने कहा ,‘‘धोनी की तस्वीरों वाली फेसबुक पोस्ट कंपनी ने 2012 में डाली थी और जान बूझकर याचिकाकर्ता (धोनी और रिति स्पोट्र्स) पुरानी पोस्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं।’’ धोनी के वकील ने हलफनामे का रिजाइंडर दाखिल करने के लिये समय मांगा है। अदालत ने मामले की सुनवाई 24 जनवरी तक के लिए टाल दी।

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