आज ही के दिन दो बार शर्म से झुक गया था भारतीय क्रिकेट का सिर

punjabkesari.in Wednesday, Jun 07, 2017 - 02:04 PM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 7 जून का दिन किसी काले दिन से कम नहीं है। ये दिन ऐसा था जिसे शायद ही भारतीय टीम के फैंस भूला पाएं, क्योंकि इस दिन भारत को दो बार शर्म से सिर झुकाना पड़ा था। एक बार टेस्ट में तो दूसरी बार वनडे क्रिकेट में। 

पहले टेस्ट में हुए थे शर्मसार
वैसे तो अब भारतीय टीम अच्छे प्रदर्शन के साथ टेस्ट रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज है, अगर बात करें 7 जून 1952 में हुए एक टेस्ट मैच की तो उस दौरान जो प्रदर्शन टीम ने किया उसने सबको शर्मसार करके रख दिया था। यह टेस्ट मैच भारत-इंग्लैंड के बीच हुआ था। भारतीय टीम ने पहली पारी में 293 रन बनाए थे। जवाब में इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 334 रन बनाए। लेकिन दूसरी पारी में जो हुआ वो शर्मनाक था। 7 जून को दूसरी पारी में भारतीय टीम ने 0 के स्कोर पर अपने 4 विकेट गंवा दिए। भारतीय टीम इस पारी में 165 रन पर ऑलआउट हो गई थी इंग्लैंड ने 125 रनों का पीछा करते 7 विकेट रहते मैच जीत लिया था।

फिर आया ऐसा ही काला दिन
एक बार फिर 7 जून की तारीख आई, लेकिन इस बार टीम इंडिया टेस्ट क्रिकेट नहीं बल्कि वनडे मैच में शर्मसार हुई। 1974 में जब पहली बार वल्र्ड कप खेला गया तो भारत के धुरंधर ओपनर सुनील गावस्कर ने उम्मीद से कम बल्लेबाजी करके टीम को हार की कगार पर खड़ा कर दिया था। भारत का लॉड्र्स के प्रतिष्ठित मैदान पर इंग्लैंड के साथ मुकाबला हुआ। इंग्लैंड ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट के नुकसान पर 334 रन बना डाले। जवाब में भारत की टीम 60 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 132 रन ही बना पाई। हैरानी वाली बात यह रही कि पूरे ओवर खेलने के बावजूद भी भारत जीत नहीं सका। भारत की इस हार का जिम्मेदार गावस्कर को ठहराया गया, क्योंकि उन्होंने इस मुकाबले 174 गेंदों पर नाबाद 36 रन बनाए और पूरे ओवर खेलकर बिना आउट हुए पवेलियन लौट आए। उन्होंने अपनी उस पारी में कुल 1 चौका जड़ा था। 


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