सुधा विश्व चैंपियनशिप के लिए तैयार, लेकिन AFI कोच ने किया मना

Sunday, Jul 30, 2017 - 02:36 PM (IST)

नई दिल्ली: विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम के चयन को लेकर चल रहे विवाद ने आज तब नाटकीय मोड़ ले लिया जब 3000 मीटर स्टीपलचेज की एथलीट सुधा सिंह का नाम आईएएएफ की प्रवेश सूची में शामिल था लेकिन एएफआई ने इस वैश्विक प्रतियोगिता में उनकी भागीदारी से साफ इन्कार कर दिया। 

सुधा उन तीन एथलीटों में शामिल है जिन्हें भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने हाल में भुवनेश्वर में एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के बावजूद 24 सदस्यीय टीम में नहीं रखा, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से उनका नाम अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ (आईएएएफ) की कल रात जारी गयी सूची में भारतीय प्रतिभागियों में शामिल था। 

अभी धर्मशाला में अभ्यास कर रही सुधा ने कहा कि मुझे अभी पता चला है कि मेरा नाम विश्व चैंपियनशिप की प्रवेश सूची में है। मुझे अभी तक एएफआई से किसी ने नहीं बताया कि मुझे टीम में शामिल किया गया है या नहीं। लेकिन मैं लंदन में दौडऩे के लिये तैयार हूं। 

लंदन आेलंपिक 2012 और रियो आेलंपिक 2016 के अलावा विश्व चैंपियनशिप 2015 में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी सुधा ने कहा कि मेरा वीजा तैयार है और जैसे ही एएफआई विश्व चैंपियनशिप में मेरे भागीदारी के बारे में कहेगा, मैं लंदन रवाना होने के लिये तुरंत ही तैयार रहूंगी। मेरा नाम पहले टीम में शामिल नहीं था लेकिन मुझे उम्मीद थी (कि मुझे बाद में शामिल किया जा सकता है) और इसलिए मैंने कानूनी रास्ता नहीं अपनाया। (जैसे कि पी यू चित्रा ने किया), लेकिन एएफआई का विचार हटकर है तथा अधिकतर भारतीय प्रतिभागियों के साथ लंदन पहुंच चुके भारत के सहायक राष्ट्रीय कोच राधाकृष्णन नायर ने कहा कि सुधा चैंपियनशिप में भाग नहीं ले रही है।   

नायर से जब पूछा गया कि क्या सुधा विश्व चैंपियनशिप की 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में हिस्सा लेगी, उन्होंने पीटीआई से कहा कि नहीं, वह विश्व चैंपियनशिप में भाग नहीं ले रही है। यह अब भी साफ नहीं हो पाया कि 23 जुलाई को 24 सदस्यीय टीम घोषित करने के बाद एएफआई ने सुधा का नाम शामिल किया या फिर महासंघ के अधिकारियों की गलती से उनका नाम आईएएएफ प्रवेश सूची में शामिल हो गया।  
 

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