गोल्ड मेडल मिलने के बाद भी नाखुश है ये विश्व चैंपियनशिप

punjabkesari.in Sunday, Feb 12, 2017 - 07:55 PM (IST)

केपटाउन: दक्षिण अफ्रीका की धाविका केस्टर सेमेन्या लंदन ओलंपिक और 2011 की विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक के बदले स्वर्ण पदक मिलने के बावजूद भी ज्यादा उत्साहित नजर नहीं आ रही है। अंतरराष्ट्रीय खेल पंचाट (कैस) ने रूसी धाविका मारिया सेविनोवा फार्नोसोवा को डोपिंग का दोषी पाये जाने के बाद उनसे 2011 की विश्व चैंपियनशिप और 2012 लंदन ओलंपिक की 800 मीटर दौड़ में मिले स्वर्ण पदक वापिस ले लिये हैं जो अब सेमेन्या को दिए जाएंगे। सेविनोवा को चार वर्ष के लिये निलंबित किया गया है। सेमेन्या 2011 में देगू में हुई विश्व चैंपियनशिप और 2012 में लंदन ओलंपिक में रूसी एथलीट के बाद दूसरे स्थान पर रहीं थी। लेकिन अब उन्हें दोनों प्रतियोगिताओं के स्वर्ण पदक मिलेेंगे। दक्षिण अफ्रीका की 26 वर्षीय सेमेन्या अब दोहरी ओलंपिक चैंपियन बन जाएंगी। उन्होंने गत वर्ष रियो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था।   

सेमेन्या के हिस्से में एक साथ दो स्वर्ण पदक आ रहे हैं लेकिन उनके कोच जीन वेस्र्टर ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि सेमेन्या को इसकी ज्यादा खुशी नहीं है। कोच ने कहा कि मैंने उनसे बात की थी और हम दोनों का यही मानना है कि यह कोई बहुत ज्यादा खुशी की बात नहीं है। हमारी राष्ट्रीय धुन बजी नहीं थी इसलिए हमारे अंदर वह अहसास नहीं है जो पिछले वर्ष रियो ओलंपिक में था। कोच ने साथ ही कहा कि लेेकिन यह देखकर अच्छा लग रहा है कि जो लोग पिछले पांच वर्षाें से धोखाधड़ी कर रहे थे उन्हें पकड़ा जा रहा है। वर्ष 2008 के बीजिंग ओलंपिक और 2012 के लंदन ओलंपिक में लिए गए डोप टेस्ट का फिर से परीक्षण हो रहा है और अब तक 100 से ज्यादा एथलीट डोपिंग में दोषी पाए गए हैं। 


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