खूब लड़ी सिंधू, लेकिन रजत से करना पड़ा संतोष

punjabkesari.in Sunday, Aug 27, 2017 - 09:40 PM (IST)

ग्लास्गो: ओलंपिक रजत पदक विजेता पी वी सिंधू को जापान की नोजोमी ओकूहारा के खिलाफ सांसों को रोक देने वाले बेहद उतार चढ़ाव भरे रोमांचक मुकाबले में रविवार को तीन गेमों के संघर्ष में हार कर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत पदक से संतोष करना पड़ा। चौथी सीड सिंधू और सातवीं सीड ओकूहारा के बीच यह हाईवोल्टेज मुकाबला एक घंटे 50 मिनट तक चला जिसमें जापानी खिलाड़ी ने 21-19, 20-22, 22-20 से जीत हासिल कर विश्व चैंपियन बनने का गौरव अपने नाम कर लिया।

सिंधू को रियो ओलंपिक 2016 में रजत जीतने के बाद विश्व चैंपियनशिप 2017 में भी रजत से संतोष करना पड़ गया। भारत के लिए टूर्नामेंट ऐतिहासिक रहा और उसने एक चैंपियनशिप में पहली बार दो पदक जीतने की उपलब्धि हासिल की। सायना नेहवाल को कांस्य पदक मिला। सिंधू और ओकूहारा के बीच यह मुकाबला रोमांच की पराकाष्ठा को छूने के बाद समाप्त हुआ। दोनों ही खिलाड़यिों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। मैच में लंबी रैलियां ,नेट पर लाजवाब खेल ,कोर्ट पर चारों तरफ मूवमेंट, बेहतरीन लाब और शानदार स्मैश देखने को मिले।

मैच के दौरान दोनों ही खिलाड़ी बुरी तरह थक चुकी थीं लेकिन कोई भी हिम्मत नहीं हार रही थी। मैच का स्कोर इस बात का गवाह है कि यह कितना जबरदस्त मैच था। सिंधू के पास मौका था लेकिन अंत में शायद थकावट उन पर बुरी तरह हावी हो गयी। जापानी खिलाड़ी ने 21-20 के स्कोर पर जैसे ही मैच विजयी अंक लिया ,जापानी समर्थक खुशी से उछल पड़े। सिंधू के हाथ अंत में निराशा लगी लेकिन उन्होंने जोरदार खेल का प्रदर्शन किया।

यह ऐसा मैच था जिसे विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के इतिहास में स्वर्णाक्षरों से अंकित रखा जायेगा। विश्व रैंकिंग में 12 वें नंबर की खिलाड़ी ओकूहारा ने चौथे नंबर की भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ अब अपना करियर रिकार्ड 4-3 कर दिया है और साथ ही सिंधू से गत वर्ष ओलंपिक और इस साल सिंगापुर ओपन में मिली हार का बदला भी चुका लिया। 


 


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