दूध-केले के लालच में शुरू किया था खेल, आज है स्टार

Thursday, Mar 02, 2017 - 05:03 PM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और हरियाणा पुलिस के डीएसपी सरदार सिंह ने खुलासा किया कि कैसे उन्होंने अपने सपने साकार किए। उन्होंने बताया कि जब हमने हॉकी खेलनी शुरू की थी, तो सामान्य ग्रास ग्राउंड पर हॉकी खेली जाती थी। मैंने दूध, केला और सेब के लालच में खेलना शुरू किया जिसकी वजह वो स्टार बने। अब स्कूल-कॉलेजों में भी एस्ट्रोटफ पर हॉकी खेली जा रही है। पिछले पांच साल में देश में हॉकी लीग्स शुरू होने से खिलाडिय़ों के हालात बेहतर हुए हैं।

सरदार ने कहा कि हमने 1975 में हॉकी वल्र्ड कप जीता था पर उसके बाद अब तक नहीं। विश्व में हॉकी की सबसे मजबूत टीम से हम अभी काफी पीछे हैं। उनके पास जमीनी स्तर की सुविधाएं हैं। सरदार ने कहा कि मैंने कभी भी यह नहीं सोचा था कि मैं इस स्तर तक पहुंच जाऊंगा। मेरा भाई दीदार सिंह हॉकी खेलता था। उसे देखकर मैंने हॉकी खेलनी शुरू की थी।

उन्होंने बताया कि उन्हें 1994 में भानी साहिब अकादमी ने मुझे हॉकी खेलने के लिए सिलेक्ट किया। फिर 2003 में जूनियर वल्र्ड कप के लिए खेले और इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। बता दें कि पिछले साल एक ब्रिटिश महिला हॉकी खिलाड़ी ने सरदार सिंह के खिलाफ सेक्शुअल असॉल्ट का इलजाम लगाया और सरदार सिंह पर एफआईआर दर्ज हो गई। फिलहाल यह मामला कोर्ट में है।
 

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