चैंपियंस ट्राफी में पदक जीतना है लक्ष्य: ओल्टमैंस

Wednesday, Jun 01, 2016 - 11:03 AM (IST)

बेंगलूर: भारतीय हॉकी टीम के कोच और हाई परफार्मेंस निदेशक रोलैंट ओल्टमैंस ने टीम के खिलाड़ियों की फिटनेस पर संतोष जाहिर करते हुए मंगलवार को कहा कि उनका लक्ष्य एफआईएच चैंपियंस ट्राफी में पदक जीतना है।  
 
ओल्टमैंस ने कहा कि खिलाड़ियों को एक सप्ताह का आराम दिया गया था और ओलंपिक वर्ष में यह रिकवरी के लिये है। मुझे खुशी है कि सभी खिलाड़ी पहले से ज्यादा फिट हैं। भारतीय पुरुष टीम एफआईएच चैंपियंस ट्राफी टूर्नामैंट से पहले भारतीय खेल प्राधिकरण के दक्षिणी केन्द्र में राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा लेगी और अभ्यास करेगी।  भारतीय टीम लंदन में जर्मनी के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी। ओल्टमैंस ने कहा कि टीम का डिफेंस टूर्नामैंट में सफलता की कड़ी है। कई बार ऐसा होता है कि आप मैच जीतने के लिये अधिक गोल नहीं कर पाते हैं लेकिन आप विपक्षी टीम को गोल करने से रोक कर भी जीत सकते हैं।
 
भारतीय टीम के कोच ने विपक्षी टीमों के बारे में कहा कि जर्मनी को अपने डिफेंस के लिए जाना जाता है जबकि आस्ट्रेलिया का डिफेंस दूसरी टीमों की तुलना में कुछ अपरंपरागत है। अर्जेंटीना अपने डिफेंस के दम पर ही अच्छे परिणाम लाया है और विश्वकप में भी कांस्य पदक जीता था। हमारी टीम को इस दिशा में कुछ मेहनत करने की जरूरत है। हमारे कुछ खिलाड़ी रक्षा पंक्ति में शानदार हैं और यही हमारी मजबूत कड़ी भी है। ओल्टमैंस ने कहा कि हर कोई जानता है कि हम नॉकआउट स्तर पर बेहतर हैं। यदि रणनीति के आधार पर हम खेलते हैं तो पदक जीत सकते हैं। इस वर्ष चैंपियंस ट्राफी कुछ अलग होगी और हमें फाइनल में खेलने के लिए शीर्ष 2 स्थान पर रहना होगा और कांस्य पदक के लिए शीर्ष चार स्थान पर जगह बनानी होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि हमारे खिलाड़ी कैसा प्रदर्शन करते हैं लेकिन उम्मीद है कि हम शीर्ष तीन स्थान पर तो रहेंगे।
 
लंदन में जून में चैंपियंस ट्राफी खेलने के बाद भारतीय टीम स्पेन रवाना होगी और इसके बाद जुलाई में स्वदेश आएगी। ओलंपिक के लिए भारतीय टीम की घोषणा भी जुलाई में होनी है। ओल्टमैंस ने इस बारे में कहा कि टीम चयन को लेकर कुछ दबाव जरूर है। यह एक चुनौती है और खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा। राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा लेने वाले 29 में से 16 खिलाड़ियों को ही ओलंपिक में खेलने का मौका मिलेगा और कई खिलाड़ियों को टीम में मौका नहीं मिलेगा। प्रत्येक खिलाड़ी के लिये हर मैच का प्रदर्शन अहम है।
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