देशभक्ति की जीती जागती मिसाल थे ध्यानचंद: PM मोदी

punjabkesari.in Sunday, Aug 28, 2016 - 02:44 PM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में मोदी ने 29 अगस्त को होने वाले राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले ध्यानचंद को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें देशभक्ति की जीती जागती मिसाल बताया।  प्रधानमंत्री ने ध्यानचंद को याद किया और उनकी तारीफ भी की। 
 
उन्होंने कहा कि ध्यानचंद ने वर्ष 1928 में, 1932 में और 1936 में ओलिंपिक खेलों में भारत को हॉकी का स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हम सभी क्रिकेट प्रेमी ब्रेडमैन का नाम जानते हैं, उन्होंने ध्यान चंद जी के लिए कहा था कि ध्यानचंद रन बनाने की तरह गोल दागते करते हैं।
 
प्रधानमंत्री ने ध्यानचंद की एक घटना को याद करते हुए कहा कि ध्यानचंद जी खेलभावना और देशभक्ति की एक जीती-जागती मिसाल थे। एक बार कोलकाता में हुए एक मैच के दौरान एक विपक्षी खिलाड़ी ने ध्यान चंद जी के सिर पर हॉकी मार दी। उस समय मैच खत्म होने में सिर्फ 10 मिनट बाकी था। और ध्यान चंद जी ने उन 10 मिनट में तीन गोल कर दिए और कहा कि मैंने चोट का बदला गोल से दे दिया।  रियो ओलंपिक का जिक्र करते हुए मोदी ने लड़कियों की तारीफ की। मोदी ने कहा कि ऐसा लगता है कि पूरे भारत की बेटियों ने देश का नाम रोशन करने की ठान ली है। खेल को वक्त बर्बाद करने वाली चीज ना समझें। ओलंपिक पदक जीतकर बेटियों ने देश का सिर ऊंचा किया है। 
 
उन्होंने कहा कि इस बात से तो इंकार नहीं किया जा सकता कि रियो में हमारी आशा के अनुरूप हम प्रदर्शन नहीं कर पाए। कई बार तो ऐसा भी हुआ कि जो हमारे खिलाड़ी भारत में प्रदर्शन करते थे, वो रियो में उस मुकाम तक भी नहीं पहुंच पाए और पदक तालिका में तो सिर्फ दो ही पदक मिले हैं। लेकिन यह भी सही है कि पदक न मिलने के बावजूद भी अगर जरा गौर से देखें तो कई विषयों में पहली बार भारत के खिलाडिय़ों ने काफी अच्छा प्रदर्शन भी दिखाया है।

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