विश्वकप जीतने से महिला क्रिकेट में आएगी क्रांति: मिताली

punjabkesari.in Sunday, Jun 11, 2017 - 05:03 PM (IST)

मुंबई: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज का मानना है कि इंग्लैंड में विश्वकप जीतने से भारत में महिला क्रिकेट में एक नई क्रांति आ जाएगी। मिताली ने कहा कि हम विश्वकप जीतना चाहते हैं क्योंकि इससे भारतीय महिला क्रिकेट में एक नई क्रांति आएगी और युवा लड़कियां इस खेल में आगे आने के लिए प्रेरित होंगी। महिला विश्वकप के 11वें संस्करण का आयोजन 24 जून से इंग्लैंड में हो रहा है जिसका फाइनल 23 जुलाई को लाड्र्स में होगा।   

मिताली जब 23 साल की उम्र में 2005 में हुए विश्वकप में भारत की कप्तान बनी थी तो उन्होंने टीम को फाइनल तक पहुंचाया था जो उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। 12 वर्ष और तीन विश्वकप (2005, 2009 और 2013) बाद मिताली फिर भारतीय टीम की कप्तान है और इस दौरान उन्होंने अपने करियर में कई कीर्तिमान स्थापित किये।  34 वर्षीय मिताली 177 मैचों में पांच शतकों और 46 अर्धशतकों की मदद से 5781 रन बना चुकी हैं। उनके रिकॉर्ड किसी भी पुरुष खिलाड़ी को शर्मिंदा कर सकते हैं। 

अपना आखिरी विश्वकप खेलने जा रही मिताली को महिला एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने में इंग्लैंड की चार्लाेट एडवड्र्स को पीछे छोडऩे के लिए सिर्फ 212 रन की जरुरत है।  उन्होंने कहा कि हमारा पहला लक्ष्य सेमीफाइनल तक पहुंचना है और हमें उस शैली की क्रिकेट खेलनी है जो लड़कियां पिछले कुछ वर्षाें में खेलती आ रही है। भारतीय टीम अपने तीन तेज गेंदबाजों झूलन गोस्वामी, शिखा पांडे और मानसी जोशी पर निर्भर करेगी क्योंकि इंग्लैंड की परिस्थितियां तेज गेंदबाजों के लिए ज्यादा माकूल है।  


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