इस 5 फुट की महिला के आगे घुटने टेक देती हैं बड़ी से बड़ी रैसलर

Wednesday, Apr 17, 2019 - 12:57 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: मैक्सिको के पुरुष प्रधान लुचा लिबरे (फ्री स्टाइल कुश्ती) लीग में एक महिला का पूरा दबदबा है। मोरेनाजा डी फुएगो (काले बालों वाली योद्धा) के रूप में मशहूर मार्सेला एक अनुभवी वूमन रैसलर है जो रिंग में बेहद आक्रामक ढंग से अपने विरोधी पर हमला करके उसे धूल चटाती है। मार्सेला के अनुसार, हर खेल खतरनाक है लेकिन कुश्ती निश्चित रूप से एक कठिन खेल है और अगर आप इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं तो इसमें बहुत जोखिम है। मार्सेला ने अपनी मां की इच्छा के विरुद्ध जाते हुए 3 दशक पहले उस वक्त कुश्ती खेलना शुरू किया था जब शायद ही कोई महिला रिंग में उतरती थी। मार्सेला का कद महज 5 फुट है परंतु रिंग में वह बड़ी से बड़ी रैसलर को अपने सामने घुटने टेकने को मजबूर कर देती हैं। मैक्सिको की पुरुष प्रधान फ्रीस्टाइल रैसङ्क्षलग में ‘मोरेनाजा डी फुएगो’ के नाम से जानी जाती मार्सेला सर्वाधिक प्रसिद्ध महिला रैस्लर हैं। 

मैक्सिको की सबसे सम्मानित महिला रैस्लरों में से एक हैं मार्सेला
आज 47 वर्ष की उम्र में भी वह मैक्सिको की सबसे सम्मानित महिला रैस्लरों में से एक हैं। वह मैक्सिको की फ्रीस्टाइल रैसलिंग चैम्पियन हैं। अपने करियर में 5 बार वूमन रैसलिंग चैम्पियनशिप जीती है। महिलाओं के मुकाबले देखने के लिए लोग परिवार सहित आते हैं परंतु ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो महिला रैसलरों पर भद्दी टिप्पणियां भी करते हैं। मार्सेला कहती हैं, रैसलिंग के दौरान माहौल बहुत जोशीला हो जाता है और ऐसे लोग भी हैं जो आपको सम्मान नहीं देते परंतु हम अपने खेल से सबका मुंह बंद कर देती हैं। हम महिलाओं ने रैसलिंग में एक अलग जगह बना ली है। वह कहती हैं कि उनके देश में महिला रैसलरों को अभी भी समानता की नजर से नहीं देखा जाता है। कुछ मुकाबलों के दौरान तो महिला पहलवानों के कपड़े बदलने के लिए कमरा तक नहीं होता है। 

रैसलिंग की शुरूआत
मार्सेला राजधानी मैक्सिको सिटी एक लोकप्रिय अखाड़े कोलिसियो के करीब बड़ी हुईं। उनकी मां रैसलिंग देखना पसंद करती थीं और बेटी को भी साथ ले जाती थीं। धीरे-धीरे मार्सेला को रैसलिंग से गहरा लगाव हो गया परंतु तब राजधानी में केवल पुरुषों की ही रैसलिंग होती थी।

मां बनने के बाद शुरू की रैस्लिंग
मार्सेला की शादी छोटी उम्र में हो गई थी और 16 साल की उम्र में ही वह पहले बच्चे की मां बन चुकी थीं। जब उन्होंने रैसलिंग करने की बात मां से कही तो रैसलिंग की प्रशंसक होने के बावजूद वह नहीं चाहती थीं कि उनकी बेटी यह खेल खेले। मार्सेला बताती हैं, मेरा पहला संघर्ष मां के साथ था जिनका कहना था कि यह खेल बेहद कठिन है इसलिए यह केवल पुरुषों के लिए है। महिलाओं को तो घर पर रह कर बच्चों की देखभाल ही करनी चाहिए। आखिर वह मां को मनाने में सफल रहीं जिसके बाद उन्होंने मार्सेला के बच्चों को सम्भालने में पूरी मदद की ताकि वह रैस्लिंग में करियर बना सकें। 

मार्सेला की दो बेटियों में से छोटी बेटी अब 21 साल की है और वह भी स्काडी नाम से रैसलिंग शुरू कर चुकी है। मार्सेला मानती हैं कि बेटी के अपने नक्शेकदम पर चलने के विचार पर वह खुश नहीं थीं। वह उसके फैसले पर हैरान थीं परंतु उन्होंने उसे रैसलिंग के अभ्यास में पूरी मदद की। आखिर उनकी बेटी का जुनून जीत गया और अब इस परिवार में मां-बेटी के रूप में दो फाइटर्स हैं। 

Anil dev

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