ध्यान भटकाने के लिए लग रहे मुझ पर आरोप: विराट

punjabkesari.in Friday, Nov 25, 2016 - 03:50 PM (IST)

मोहाली: भारतीय टैस्ट कप्तान विराट कोहली ने आज गेंद से छेड़छाड़ के आरोपों को ‘श्रृंखला से ध्यान बंटाने’ की साजिश करार देते हुए कहा कि यदि इस मामले में जरा भी सचाई होती तो ‘आईसीसी को उनसे बात करनी चाहिए।’  इंगलैंड के खिलाफ तीसरे टैस्ट मैच की पूर्व संध्या पर कोहली से जब इंगलैंड के एक पत्रकार ने उस फुटेज के बारे में पूछा जिसमें उन्हें गेंद पर लार लगाते हुए दिखा गया है, तो लगता था कि भारतीय कप्तान जवाब के लिए तैयार थे।  कोहली ने विनम्रता से जवाब दिया लेकिन उनके सुर में व्यंग्य था। उन्होंने कहा-

श्रृंखला से ध्यान हटाने के लिए लगाया गया है आरोप
उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि यह केवल श्रृंखला से ध्यान हटाने के लिए किया गया है। ऐसा आस्ट्रेलिया में भी हुआ जब दक्षिण अफ्रीका ने श्रृंखला जीती। मुझे हैरानी हुई कि जिस मामले के बारे में मुझे बताया गया वह राजकोट में हुआ था लेकिन विजाग में मैच का परिणाम आने तक उसका जिक्र तक नहीं किया गया।  

विराट ने कहा-मैं समाचार पत्र नहीं पढ़ता 
उन्होंने कहा कि मेरे लिए आईसीसी के फैसले के सामने एक समाचार पत्र का आलेख मायने नहीं रखता। हम क्रिकेटर केवल आईसीसी के फैसले का सम्मान करते हैं। जहां तक आरोपों और कयासों की बात है, मैं समाचार पत्र नहीं पढ़ता इसलिए मैं इन चीजों से वाकिफ नहीं हूं। किसी ने मुझे बताया और मैं हंस दिया। कुछ लोग श्रृंखला से ध्यान बंटाना चाहते है। लेकिन हमारा ध्यान पूरी तरह इस पर है कि हमें क्या करना है। 

ब्रिटिश पत्रकार ने बार बार उठाया मुद्दा
ब्रिटिश पत्रकार हालांकि जवाब से खुश नहीं दिखा और  उन्होंने फिर से सवाल किया। पत्रकार ने कहा कि आप वही कर रहे हो जो डु प्लेसिस कर रहे थे। कोहली ने विनम्रता से जवाब दिया, ‘‘मैं क्या कर रहा हूं। यदि मैंने कुछ किया होता तो आईसीसी को मुझसे बात करनी चाहिए थी। ’’ 

अनिल कुंबले ने इस मामले को कहा बकवास
आईसीसी ने स्पष्ट किया है इस कथित घटना की 5 दिन की समयसीमा के अंदर रिपोर्ट नहीं की गई और इसलिए यह मामला उसके लिए समाप्त हो गया है। पहला टैस्ट मैच 13 नवंबर को समाप्त हुआ था और इसलिए समयसीमा 18 नवंबर को खत्म हो गई थी।  कल भारतीय कोच अनिल कुंबले ने भी दक्षिण अफ्रीकी प्रसारक और ब्रिटिश टैबलायड के दावों को बकवास करार दिया था। कुंबले ने कहा कि हम इस तरह की खबरों को तवज्जो नहीं देते और मीडिया जो चाहे वह लिख सकता है। दिलचस्प बात यह है कि फाफ डु प्लेसिस ने उसने पर लगाए गए मैच फीस के शत प्रति जुर्माने के खिलाफ अपील की है।  
 

 



 

 


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