25 साल के इतिहास में पहली बार 4 भारतीय खिलाड़ी बने ''खेल रत्न''

Monday, Aug 29, 2016 - 01:56 PM (IST)

नई दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी.सिंधु, महिला रेसलर साक्षी मलिक, जिम्नास्ट दीपा करमाकर और निशानेबाज जीतू राय को खेल रत्न अवॉर्ड दिया गया। 25 साल के खेल इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि एक साथ चार भारतीय खिलाड़ियों को खेल रत्न दिया गया। इसके अलावा 15 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। क्रिकेटर अजिंक्य रहाणे, मुक्केबाज शिवा थापा, हॉकी खिलाड़ी वीआर रघुनाथ और लॉन्ग डिस्टेंस रनर ललिता बाबर को अर्जुन अवाॅर्ड दिया गया। रियो ओलंपिक में दमदार प्रदर्शन करने वाली देश की तीन महिला खिलाड़ियों को देश के सबसे बड़े खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

6 कोच को द्रोणाचार्य अवॉर्ड
दूसरी ओर छह कोच को द्रोणाचार्य अवार्ड दिया गया जिसमें दीपा कर्माकर के कोच बिश्वेस्वर नंदी, विराट कोहली के कोच राजकुमार शर्मा के अलावा एथलेटिक्स कोच नागापुरी रमेंश, मुक्केबाजी कोच सागर मल ध्याल और स्वीमिंग कोच प्रदीप कुमार और कुश्ती के कोच महाबीर सिंह को द्रोणाचार्य अवॉर्ड दिया गया। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के द्वारा ये अवार्ड दिए गए।

गौरतलब है कि रविवार को पीएम मोदी ने सिंधु, साक्षी, जिमनास्ट दीपा कर्माकर और शूटर जीतू राय से मुलाकात की थी। पीवी सिंधू रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल लेने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं। वहीं भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने भी पहली बार ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रचा तो दूसरी ओर दीपा कर्माकर रियो ओलंपिक में कोई मेडल तो नहीं जीत पाईं लेकिन अपने 'प्रोडूनोवा वॉल्ट' के जरिए फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट बनीं, वो मजह कुछ अंको से ब्रॉन्ज मेडल जीतने से चूंकीं।

 

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