उबड़ खाबड़ रास्तों से निकलकर बने विश्व विजेता: हरेंद्र

Thursday, Dec 22, 2016 - 03:36 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत को जूनियर हॉकी विश्व चैंपियन बनाने वाले कोच हरेंद्र सिंह ने गुरूवार को कहा कि उन्होंने अपना पद संभालने के बाद लड़कों से कहा था कि उन्हें उनके साथ उबड़ खाबड़ रास्तों पर चलना होगा लेकिन अंत में कामयाबी उनके कदम चूमेगी। 

एयर इंडिया द्वारा उन्हें सम्मानित किए 
हरेंद्र ने उनके नियोक्ता एयर इंडिया द्वारा उन्हें सम्मानित किए जाने के अवसर पर यह बात कही। इस मौके पर विश्व विजेता टीम के खिलाड़ी अरमान कुरैशी ,भारतीय क्रिकेटर जयंत यादव और एयर इंडिया के सीएमडी तथा एयर इंडिया स्पोटर्स प्रमोशन बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी मौजूद थे।   

पुरस्कार राशि नहीं बल्कि सम्मान ज्यादा मायने रखता है: हरेंद्र
लोहानी ने इस सम्मान समारोह में कोच हरेंद्र को 25 हजार रूपए और अरमान कुरैशी को 10 हजार रूपए देने की घोषणा की। हरेंद्र ने इसे अपने लिए एक बड़ा सम्मान बताते हुए कहा कि हमारे लिए यह पुरस्कार राशि नहीं बल्कि सम्मान ज्यादा मायने रखता है। एयर इंडिया ने हर समय हमारा मनोबल ऊंचा रखा जिसकी बदौलत मैं आज यहां तक पहुंच पाया हूं।

18 डायमंड ने देश को मुस्कुराने का मौका दिया: कोच
लखनऊ में भारत को जूनियर विश्व चैंपियन बनाने वाले कोच ने कहा कि मुझे खुशी है कि हमारे 18 डायमंड ने देश को मुस्कुराने का मौका दिया और इसमें एयर इंडिया का भी योगदान है। मुझे याद है कि एक बार पूर्व कप्तान धनराज पिल्लै ने मुझसे कहा था कि तुम्हारे अंदर तिरंगा बुलंदी पर ले जाने की क्षमता है और तुम वह काम कर सकते हो जो कोई विदेशी कोच नहीं कर सकता।

Advertising