नेहरू स्टेडियम के बाहर न झंडे न होर्डिंग, पहले मैच में खाली पड़ा था स्टेडियम

Saturday, Oct 07, 2017 - 12:16 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत में पहली बार आयोजित हो रहे अंडर-17 फीफा विश्वकप फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए राजधानी दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के बाहर सुरक्षा के तो जबरदस्त बंदोबस्त थे लेकिन स्टेडियम के बाहर ऐसा लग नहीं रहा था कि यहां फीफा विश्वकप हो रहा है। स्टेडियम के बाहर की मुय सड़क पर न तो विश्वकप को लेकर देशों के झंडे लगे थे और न ही कोई होर्डिंग थे जिससे यह पता लग सके कि यहां विश्वकप मैचों का आयोजन हो रहा है।

दोपहर से ही सुरक्षाकर्मी नेहरू स्टेडियम के आसपास तैनात होने शुरू हो गये थे लेकिन स्टेडियम के बाहर विश्वकप को लेकर तैयारियां फीकी थीं। नेहरू स्टेडियम के अंदर बने वेटलिटग हॉल के पीछे की तरफ बाउंड्री वॉल के पास एक छोटा सा विश्वकप का होर्डिंग लगा था। लेकिन इसे छोड़ दिया जाए तो नेहरू स्टेडियम के आसपास एक भी होर्डिंग नहीं था और न ही मुय द्वार के आसपास विश्वकप की 24 टीमों के झंडे थे।

पहले मैच में खाली पड़ा था स्टेडियम
विश्वकप के पहले मुकाबले में कोलंबिया और घाना की टीमें शाम पांच बजे आमने सामने हुईं लेकिन तब तक नेहरू स्टेडियम एक चौथाई भी नहीं भर पाया था। लगभग 66 हजार दर्शकों की क्षमता वाला यह स्टेडियम लगभग खाली ही था। मुठ्ठीभर दर्शक इस मुकाबले का रोमांच उठाने के लिये मौजूद थे। मुकाबले की शुरूआत बड़ी सादगी के साथ हुई और दोनों टीमों के राष्ट्रगान के बाद मुकाबला शुरू हो गया। 

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