IPL में चीयरलीडर्स की कमाई जानकर हैरान रह जाएंगे आप
punjabkesari.in Wednesday, Apr 05, 2017 - 12:51 PM (IST)
नई दिल्ली: पैसों को लेकर प्रशासनिक रस्साकशी के कारण हाल में चर्चा में रहा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का दसवां सत्र आज से शुरु होने वाला है। आईपीएल का ग्लैमर बढ़ाने में चीयरलीडर्स रोल काफी अहम माना जाता है। मैच के दौरान हर चौके, छक्के और विकेट पर ये चीयरलीडर्स डांस करके दर्शकों का मनोरंजन करती हैं। आईपीएल में जहां टीमें करोड़ों रुपए कमाती है, वहीं चीयरलीडर्स की कमाई के आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं। आइए एक नजर डालते हैं चीयरलीडर्स की आमदनी की तरफ।
मैच के अनुसार दिए जाते हैं पैसे
पिछले साल के आंकड़ों के अनुसार चीयर लीडर्स को हर मैच के अनुसार पैसे दिए जाते हैं। एक मैच के अनुसार औसत 6000 रुपये दिए जाते हैं। साथ ही मैच जीतने पर चीयरलीडर्स को 3000 रुपए अतिरिक्त बोनस भी दिया जाता है और वो अगर पार्टी व एक्स्ट्रा अपिरियंस के लिए जाती हैं तो उन्हें 7000 रुपए से लेकर 12000 रुपए तक मिलते हैं। वहीं चीयर लीडर्स को 5000 रुपए फोटो शूट के लिए भी दिए जाते हैं।
रॉयल चैलेंजर्स बंगलुरु
चियरलीडर्स को सबसे ज्यादा सैलरी देने वाली टीमों में एक रॉयल चैलेंजर्स बंगलुरु है। आरसीबी अपनी चियरलीडर्स को प्रति मैच 10,000 रुपए देती हैं। वहीं अगर आरसीबी मैच जीत जाती है तो बोनस के तौर पर 3000 रुपए दिए जाते हैं। इसके अलावा एक्स्ट्रा काम शो पार्टीज के लिए इन्हें 10 हजार रुपए तक दिए जाते हैं।
कोलकाता नाइट राइडर्स
केकेआर टीम भी चियरलीडर्स को पैसा देने में पीछे नहीं रहती। केकेआर की चियरलीडर्स को प्रति मैच 12,000 रुपए देती है। वहीं टीम के जीतने पर 3000 रुपए बोनस भी दिया जाता है। इसके अलावा एक्स्ट्रा काम जैसे फोटोशूट या पार्टीज के लिए इन्हें 12,000 रुपए तक मिल जाते हैं।
मुंबई इंडियंस
मुंबई इंडियन और बाकि टीम चीयरलीडर्स की प्रति मैच की 7000-8000 रूपए देती हैं, साथ ही बोनस के रूप में 3000 रुपए भी दिए जाते हैं। पार्टी और अन्य कार्यक्रम में काम करने की फीस का फैसला उनकी प्रति मैच सैलरी के अनुसार लिया जाता है।
शुरु में हुई थी आलोचना
दरअसल खेल में ग्लैमर का तड़का लगाने की परंपरा पश्चिमी देशों से आई है जहां बास्केटबॉल, बेसबॉल या बॉक्सिंग में दर्शकों को लुभाने के लिए इनका भरपूर अपयोग किया गया। भारत में चीयरलीडर्स भारतीय दर्शकों से परिचय कराने का श्रेय आईपीएल को ही जाता है। शुरु में जरुर इसकी कुछ आलोचना हुई लेकिन आज ये खेल का अभिन्न ग्लैमरस हिस्सा बन चुका है।