टीम इंडिया के फुटबॉल कोच बोले- 80 के दशक के खिलाडिय़ों से करेंगे फुटबॉल ज्ञान साझा

Friday, May 24, 2019 - 08:22 PM (IST)

नई दिल्ली : भारत को अंतरराष्ट्रीय फुटबाल में प्रगति के लिए लयबद्ध तरीके से फुटबाल खेलनी होगी और तकनीकी कौशल में महारथ हासिल करनी होगी। उक्त बात कही है भारत के नव नियुक्त तकनीकी निदेशक इसाक दोरू ने। दोरू को पिछले महीने ही तकनीकी निदेशक नियुक्त किया गया था। उन्होंने कहा- वह 1970 और 80 के दशक के खिलाडिय़ों को फुटबाल ज्ञान साझा करने के लिए आमंत्रित करेंगे। हमें बीते समय से सीखना पड़ेगा। हमें चर्चा करनी पड़ेगी, हल निकालना होगा और फिर इसे लागू करना होगा। हमें लयबद्ध तरीके से फुटबाल खेलने के अलावा तकनीकी दक्षता हासिल करनी होगी। मैंने पहले ही अलग अलग कोचों से मिलकर चर्चा की है और अब मैं 70 के दशक के खिलाडिय़ों को आमंत्रित करूंगा।

दोरू ने साथ ही भारतीयों की फुर्तीलेपन को दर्शाने की बात करते हुए कहा कि भारतीय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ नृतक हैं और एक सफल फुटबालर बनने के लिये किसी का तकनीकी कौशल में निपुर्ण होने के अलावा एथलेटिक्स होना भी जरूरी है। दोरू ने कहा- मुझे लगता है कि भारतीय बहुत ही चपल होते हैं। हमें कोचिंग प्रणाली और कोचिंग कार्यक्रम में सुधार की जरूरत है। मान लीजिए एक मैच में 128 आक्रमण के प्रयास किए गए और एक में केवल 20। तो प्रशंसक किसे पसंद करेंगे? हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत है।

दोरू ने कहा- यह इन्हीं सिद्धांतों में से एक है और हमें सभी उम्र ग्रुप में इसे लागू करने की जरूरत है, विशेषकर अंडर-आठ, अंडर-10 और अंडर-12 के ग्रुप में जो निहायती जरूरत ग्रुप है। दोरू ने कहा- हमने अगले 4 वर्षों के लिए रणनीतिक योजना बना ली है और इगोर स्टिमक सहित सभी, अन्य ग्रुप स्तर के राष्ट्रीय टीम कोच, क्लब कोच, पूर्व खिलाडिय़ों को बैठकर चर्चा करनी होगी कि हमें किस तरह आगे बढऩा चाहिए।

Jasmeet

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