विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारतीय खिलाडिय़ों ने फिर किया निराश

punjabkesari.in Monday, Aug 14, 2017 - 05:23 PM (IST)

लंदन: विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का खराब प्रदर्शन इस बार भी जारी रहा। लंदन में आयोजित इस चैंपियनशिप में भारत का कोई भी खिलाड़ी पदक जीतने के करीब भी नहीं पहुंच सका।  यहां चार से 13 अगस्त तक चली प्रतियोगिता के लिए 25 खिलाडिय़ों का भारतीय दल आया था जिसमें से सिर्फ तीन खिलाड़ी सम्मानजनक प्रदर्शन कर सके। भाला फेंक में देविंदर सिंह कांग फाइनल में जरूर पहुंचे लेकिन वहां वह कोई कमाल नहीं कर सके। पांच हजार मीटर दौड़ में गोविंदन लक्ष्मणन ने अपना निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया लेकिन यह पदक जीतने के लिये काफी नहीं था। इसके अलावा महिलाओं की 200 मीटर दौड़ में निर्मला शेरोन सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब रही।

भारतीय टीम को सबसे बड़ी निराशा युवा भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा से हुई। 19 वर्षीय जूनियर रिकॉर्डधारी ने इस सत्र में तीन बार 85 मीटर से दूर भाला फेंका था जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 86.48 मीटर था। चैंपियनशिप में आने से पहले उन्होंने दो एलीट डायमंड लीग मुकाबलों में भी भाग लिया था। लेकिन इस बड़े मौके को भुनाने में वह नकाम रहे और फाइनल में स्वत: क्वालीफिकेशन के लिए जरुरी 83 मीटर तक भी भाला नहीं फेंक सके। भारतीय उम्मीदों का दामन तोडऩे के बाद नीरज ने माना कि उनके खेल में तकनीकी खामियों के कारण गिरावट आई जिसे वह नए कोच यूवी होह्न के साथ मिल कर दूर करेंगे।

इस प्रतिस्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय कांग ने क्वालीफिकेशन में 84.22 मीटर दूर भाला फेंक सबको चौंका दिया। 28 वर्ष के इस खिलाड़ी का चैंपियनशिप में भाग लेना भी संदिग्ध था क्योकि कुछ महीने पहले ही उन्हें गांजा लेने का दोषी पाया गया था लेकिन उन्हें इस मामले में हरी झंडी मिल गयी क्योंकि वाडा की संहिता के अंतर्गत यह प्रतिबंधित पदार्थ ‘विशिष्ट पदार्थ’ की श्रेणी में है।   हालांकि फाइनल में कांग 80.02 मीटर तक ही भाला फेंक सके और 13 खिलाडिय़ों में 12वें स्थान पर रहे। उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया लेकिन दायें कंधे में चोट के कारण मैं अच्छा नहीं कर सका। मैं कोई बहाना नहीं कर रहा लेकिन अगर चोटिल नहीं होता तो और बेहतर प्रदर्शन करता। मैं काफी निराश हूं।’’ 
नननन
 
 


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