सफल हुई भारत की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाई गई ये खास रणनीति

Thursday, Feb 23, 2017 - 07:15 PM (IST)

पुणे: उमेश यादव को आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के दौरान आज जब काफी देर बाद 28वें आेवर में गेंदबाजी के लिये बुलाया गया तो कई लोगों को हैरानी हुई लेकिन भारतीय टीम के सहायक कोच संजय बांगड़ ने विदर्भ के तेज गेंदबाज की रिवर्स स्विंग हासिल करने की योग्यता के कारण इसे रणनीति का हिस्सा करार दिया। उमेश भारत की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने पुरानी गेंद से कमाल दिखाया और 32 रन देकर चार विकेट लिये।  

शुरू में गेंद नहीं सौंपने की रणनीति थी
बांगड़ ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘उमेश को पुरानी गेंद से अच्छा प्रदर्शन करने के लिए जाना जाता है। यहां तक कि इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में भी आपने देखा होगा कि उसे काफी रिवर्स स्विंग मिली। हमने उसे इसलिए पहले गेंद नहीं सौंपी क्योंकि हमें उम्मीद थी कि गेंद पारी में जल्द ही रिवर्स स्विंग लेनी शुरू कर देगी। उन्हें शुरू में गेंद नहीं सौंपने की सटीक रणनीति थी क्योंकि शीर्ष क्रम में बायें हाथ के दो बल्लेबाज थे। ’’ 

इशांत से मिला फायदा
उन्होंने कहा, ‘‘यह रणनीति का हिस्सा था जहां आपको प्रत्येक खिलाड़ी की खास क्षमताओं का पता होता है। हम जानते हैं कि इशांत शर्मा ने अपनी तेजी और उछाल से पिछले कुछ वर्षों में ऑस्ट्रेलिया के बायें हाथ के बल्लेबाजों को परेशान किया है। हम इसका फायदा उठाना चाहते थे और इसलिए बायें हाथ के बल्लेबाजों के सामने उसे गेंद सौंपी गई।’’ बांगड़ ने कहा, ‘‘हम उमेश की क्षमताओं से वाकिफ है जो गेंद को थोड़ा फुल लेंग्थ करते हैं। गेंद जल्दी रिवर्स स्विंग होने लगी जैसी कि हमें उम्मीद थी। इसलिए उन्हें बाद में गेंद सौंपी गयी। यह विराट कोहली की शानदार रणनीति थी। इससे उमेश दिन भर तरोताजा बना रहा और इसका उसे तीसरे और चौथे स्पैल में फायदा मिला। ’’ 

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