भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच को लेकर बड़ा बयान आया सामने, हो सकता है बवाल

punjabkesari.in Friday, Feb 24, 2017 - 08:49 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच पुणे में खेला जा रहा है, लेकिन इसके खत्म होने के 3 दिन पहले ही एक नया बयान सामने आया है। जिससे भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच को लेकर बवाल हो सकता है। दरअसल, पहले टेस्ट मैच के पहले दो दिन में 24 विकेट गिरने से महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम की पिच तैयार करने वाले तीनों क्यूरेटरों को लेकर सवाल उठने लगे हैं।

पहले दो दिन की घोषणा गलत 
स्थानीय क्यूरेटर और महाराष्ट्र के तेज गेंदबाज पांडुरंग सालगांवकर, बीसीसीआई के मुख्य क्यूरेटर दलजीत सिंह और पश्चिम क्षेत्र के क्यूरेटर धीरज प्रसन्ना ने यह पिच तैयार की है।  सालगांवकर ने टेस्ट मैच शुरू होने से दो दिन पहले घोषणा की कि पिच से पर्याप्त उछाल मिलेगी जिसे विरोधी टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ ने बकवास करार दिया था। सालगांवकर ने कहा कि कहा जा रहा था कि पिच से पहले दिन से टर्न मिलने लगेगा। दो दिन के खेल के बाद सालगांवकर का बयान गलत साबित हुआ जिससे यह कयास लगाये जाने लगे हैं कि क्या स्थानीय क्यूरेटर को पिच तैयार करने की छूट दी गयी थी या दलजीत ने भारतीय टीम के कहने पर हस्तक्षेप किया था। 

पिच को नहीं दिया गया पानी
पुणे में काफी क्रिकेट खेलने वाले एक पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘‘पांडुरंग सालगांवकर को पुणे में सपाट पिच तैयार करने के लिये जाना जाता है। अगर आप केदार जाधव के रणजी ट्राफी में बड़े स्कोर देखो तो समझ जाआेगे। एक महीने पहले ही भारत और इंग्लैंड के बीच वनडे मैच में दोनों टीमों ने 350 से अधिक का स्कोर बनाया था। आखिर पिच का मिजाज पूरी तरह से कैसे बदल गया। ’’ पिछले कुछ दिन से पिच को पानी नहीं दिया गया था और तेज धूप के कारण उसमें दरार पड़ गयी। 

मुख्य क्यूरेटर पर उठे सवाल
साथ में बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने दलजीत की भूमिका पर सवाल उठाये। उन्होंने कहा, ‘‘क्या दलजीत को भारतीय टीम प्रबंधन से किसी खास तरह की पिच तैयार करने के निर्देश मिले थे। या फिर उन्होंने सालगावकर को पिच को शुष्क रखने की सलाह दी थी। मुझे नहीं लगता कि भारतीय टीम ने एेसी पिच चाही होगी जो उसको नुकसान पहुंचाये। ’’ एक और सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि दलजीत 79 साल के हो गये हैं और उन्हें पद पर क्यों रखा गया है जबकि प्रशासकों, चयनकर्ताओं और अन्य कर्मचारियों के लिये उम्र की सीमा तय कर दी गयी है।


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