BCCI अध्यक्ष ने दिए संकेत, घरेलू मैच खेलने वाले क्रिकेटरों का बढ़ेगा वेतन

punjabkesari.in Thursday, Aug 03, 2017 - 07:45 PM (IST)

नई दिल्लीः बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना ने आज कहा कि तकनीकी समिति में चर्चा के बाद बोर्ड ने अब सभी आयु वर्गों (सीनियर, अंडर-19 और अंडर-16) की मैच फीस में पर्याप्त वृद्धि (कम से कम 50 प्रतिशत) करने पर काम शुरू कर दिया है। बीसीसीआई यही नहीं घरेलू क्रिकेटरों के लिए प्रतिशत वेतन को वर्तमान के 13 प्रतिशत से बढ़ाने पर विचार कर रहा है। इसकी आखिरी बार 2007 में समीक्षा की गयी थी। खन्ना ने कहा कि घरेलू खिलाड़ियों के वेतन ढांचे की समीक्षा करने की जरूरत है। मेरे विचार में कम से कम 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी जरूरी है। मेरी इस बारे में कोषाध्यक्ष अनिरूद्ध चौधरी से बात हुई और वह इस पर काम कर रहे हैं।  

उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि हमारी टीम आम सभा के सामने अच्छा प्रस्ताव रख सकती है। आम सभा को ही इसे आखिर में मंजूरी देनी है। तकनीकी समिति के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कोलकाता में बैठक के दौरान यह मसला उठाया था। वर्तमान में रणजी खिलाड़ी के लिये मैच शुल्क प्रतिदिन दस हजार रूपए है और उसे मैच शुल्क के तौर पर 40 हजार रूपये मिलते हैं। हालांकि राज्य की टीमों को प्रति सत्र 12 लाख रूपए कमा लेती है क्योंकि खिलाडयिों को प्रसारण अधिकार से हुई कमाई का कुछ फीसदी हिस्सा भी मिलता है। सत्र के आखिर में एकमुश्त रकम दी जाती है।  

कार्यवाहक अध्यक्ष का मानना हैकि क्रिकेटरों की वेतन वृद्धि की लागत आईपीएल प्रसारण अधिकार से मिलने वाली धनराशि से पूर्ति की जा सकती है। खन्ना ने कहा कि राज्य इकाईयों पर घरेलू खिलाड़ियों की वेतन वृद्धि का बोझ नहीं डाला जाना चाहिए। इसकी व्यवस्था आईपीएल प्रसारण अधिकार से होने वाली अतिरिक्त आय से की जा सकती है। इसके साथ ही पता चला है कि घरेलू मैचों में अंपायरिंग करने वाले अंतरराष्ट्रीय अंपायरों, स्कोररों और वीडियो विश्लेषकों की प्रति दिन की फीस में बढ़ोतरी करने के लिये भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।   


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