अगर छींटाकशी से गेंदबाजों को मदद मिलती है तो मैं छींटाकशी करूंगा : पुजारा

punjabkesari.in Tuesday, Aug 08, 2017 - 07:53 PM (IST)

कोलंबो: भारतीय मध्यक्रम के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को विरोधी टीम के बल्लेबाजों पर छींटाकशी करने के लिए नहीं जाना जाता है लेकिन अगर इससे गेंदबाजों को मदद मिलती है तो वह ऐसा कर सकते हैं। पुजारा ने अजिंक्य रहाणे के साथ बात करते हुए कहा, ‘‘मैं फीफा (एक गेम) खेलते हुए बहुत शोर करता हूं। और आजकल आप देखते होंगे कि मैं मैदान पर भी काफी शोर करता हूं। मैं धीरे धीरे छींटाकशी सीख रहा हूं।

अगर आपको किसी खास बल्लेबाज के खिलाफ छींटाकशी करनी है तो फिर आपको छींटाकशी करनी होगी। इससे गेंदबाजों को मदद मिलती है।’’  इन दोनों ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दौरान अपने बीच 217 रन की साझेदारी के बारे में भी बात की जिससे भारत शुरूआती झटकों से उबर पाया। लोग रहाणे को अपने में ही खोया रहने वाला इंसान समझते हैं लेकिन उनका मानना है कि ऐसा नहीं है। रहाणे ने अपने साथी के साथ बातचीत में कहा, ‘‘मैं उतना भी शांत नहीं हूं कि जितना कि लोग समझते हैं।

मुझे बोलना बहुत पसंद है यहां तक कि मैं अपनी पत्नी के साथ काफी बात करता हूं। सचाई यह है कि जबसे मेरी शादी हुई है तब से मैं ज्यादा बात करने लग गया हूं।’’  जरूरत पडऩे पर ये दोनों छींटाकशी भी कर सकते हैं लेकिन रहाणे और पुजारा शांतचित होकर ही अपना काम करते हैं। इससे वह क्रीज पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं। रहाणे ने कहा, ‘‘मैं बचपन से ही शांत प्रकृति का था। ऐसा मेरा पारिवारिक पृष्ठभूमि के कारण है। शांत रहने से मैदान पर विशेषकर टेस्ट मैचों में काफी मदद मिलती है।

हालांकि मैं जितना पहले शांत था अब उतना नहीं हूं।’’  इसके बाद इन दोनों की चर्चा दूसरे टेस्ट मैच में शानदार जीत पर हुई जिसमें इन दोनों खिलाडिय़ों ने अहम भूमिका निभाई। रहाणे ने कहा, ‘‘यह आसान नहीं था क्योंकि गेंद काफी टर्न कर रही थी। मैंने शुरू में समय लिया। मैं ड्रेसिंग रूम में बैठकर आकलन कर रहा था कि इस पिच पर स्पिनरों के खिलाफ कैसे खेलना है। मैं उन्हें हावी नहीं होने देना चाहता था। ’’ 


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