सुपुर्द-ए-खाक हुए ''ड्रिबलिंग के बादशाह'' मोहम्मद शाहिद

punjabkesari.in Friday, Jul 22, 2016 - 01:51 PM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय हॉकी को बुलंदियों पर ले जाने वाले मोहम्मद शाहिद के अंतिम दर्शन को गुरुवार को पूरा बनारस उमड़ पड़ा। बताया जा रहा है कि शाहिद का जनाजा घर से निकलने के बाद पुलिस लाइन स्थित मस्जिद पर नमाज के बाद सुर्पुद-ए-खाक कर दिया गया। 
हॉकी के इस उस्ताद को आखिरी सलाम करने के लिए धनराज पिल्लै, अशोक कुमार, जफर इकबाल, सरदारा सिंह सहित हॉकी के कई दिग्गज भी इस मौके पर पहुंचे।
 
लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे मोहम्मद शाहिद
56 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी पिछले कुछ समय से वह लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे। शाहिद हाल ही में अपनी बीमारी और आर्थिक तंगी के कारण इलाज नहीं करा पाने के कारण सुर्खियों में आए थे जिसके बाद सरकार की ओर से उन्हें आर्थिक मदद दी गई और गुडग़ांव के एक अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया था। अस्सी के दशक के बेहतरीन हॉकी खिलाड़ियों में शुमार शाहिद की हालत गंभीर चल रही थी और उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था जहां बुधवार सुबह करीब 10 बजकर 45 मिनट पर उनका निधन हो गया।   
 
शाहिद के पार्थिव शरीर को वापिस उनके गृहनगर वाराणसी ले जाया जाएगा जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। मॉस्को में हुए 1980 ओलंपिक में भारतीय टीम को स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले शाहिद को दुनिया के बेहतरीन ड्रिबलरों में गिना जाता है। 
 

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News