दिल्ली को मिलेगी सरदार से चुनौती

Saturday, Feb 20, 2016 - 12:29 PM (IST)

रांची: आखिरी समय में रफ्तार पकड़ सेमीफाइनल में पहुंची दिल्ली वेवराइडर्स को चौथे कोल इंडिया हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) टूर्नामेंट में शनिवार को होने वाले सेमीफाइनल में अपने पुराने कप्तान सरदार सिंह की चुनौती से रूबरू होना होगा।  सरदार एचआईएल के तीन संस्करणों में दिल्ली के कप्तान थे लेकिन चौथे संस्करण के लिये दिल्ली ने उन्हें रिटेन नहीं किया और नीलामी में भी नहीं खरीदा। सरदार फिर पंजाब की झोली में गए। सरदार की अगुवाई में पंजाब का लीग मैचों में प्रदर्शन शानदार रहा और वह लीग चरण में गत चैंपियन रांची रेका के बाद दूसरे स्थान पर रही। 
 
दिल्ली की टीम में लीग में तीसरा स्थान मिला और उसका सेमीफाइनल में मुकाबला पंजाब के साथ होगा जबकि चैंपियन रांची की भिड़ंत चौथे नंबर की टीम कलिंगा लांसर्स से होगी। सरदार के पास सेमीफाइनल में इस बात का मौका रहेगा कि वह दिल्ली को बतायें कि उन्हें नकारअंदाका कर उसने कितनी बड़ी गलती की।   
 
रांची रेका ने इस सत्र में शीर्ष पर रहते हुए अंतिम 4 राउंड में प्रवेश किया। रांची ने सात जीत और तीन हार के साथ कुल 37 अंकों के साथ लीग में शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में स्थान पक्का किया। रांची टीम को घरेलू मैदान का फायदा मिलेगा जहां उसने लीग में एक भी मुकाबला नहीं गंवाया है। इसके अलावा रांची ने कलिंगा लांसर्स के खिलाफ इस लीग के दोनों मुकाबले जीते हैं। मुकाबलों के लिए टिकटों की कीमत 200 और 300 रुपये रखी गयी है।   
 
रांची के कोच हरेन्द्र सिंह ने कहा,हम अभी अपना ध्यान एक समय में एक मैच पर लगा रहे हैं और अभी सेमीफाइनल के लिए तैयारी कर रहे हैं। सेमीफाइनल के बाद हम अगले स्तर पर ध्यान केंद्रित करेंगे। टीम ने लीग में अभी तक शानदार खेल का प्रदर्शन किया है और आगे के मुकाबलों में भी यही प्रदर्शन जारी रखना चाहते हैं। यह टूर्नामेंट का अंतिम चरण है और जो भी टीम बेहतर करते हुए मौके को भुला लेगी वह फाइनल में प्रवेश कर जाएगी।
 
 इस टूर्नामेंट में टीम के कप्तान एश्ले जैक्सन का प्रदर्शन भी उनके आत्मविश्वास के स्तर में बोनस का काम करेगा। शानदार फार्म में चल रहे एश्ले ने अभी तक टूर्नामेंट में 14 गोल किए हैं और वह शीर्ष स्कोरर कलिंगा के ग्लेन टर्नर से मात्र एक गोल पीछे हैं। अपनी डिफेंस तकनीक के लिए जाने जाने वाले रांची रेज ने इस लीग में आक्रमण को धार देते हुए 11 पेनल्टी कार्नर को गोलों में परिवर्तित किया, जिसमें से 8 केवल एश्ले ने ही किए हैं। 
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